अधार नंबर और एटीएम का पीन कोड पूछकर खाते से उड़ा लिए रुपए
साइबर ठग ने बैंक अधिकारी बनकर फार्मा कर्मी बमशंकर उपाध्याय और नर्सिंग छात्रा क्रांति कुमारी से आधार नंबर व एटीएम का पीन नंबर मांग कर बैंक खाते से एक लाख उड़ा लिए। नर्सिंग छात्रा ने सबौर थाने में...
साइबर ठग ने बैंक अधिकारी बनकर फार्मा कर्मी बमशंकर उपाध्याय और नर्सिंग छात्रा क्रांति कुमारी से आधार नंबर व एटीएम का पीन नंबर मांग कर बैंक खाते से एक लाख उड़ा लिए। नर्सिंग छात्रा ने सबौर थाने में शिकायत करने के बाद शुक्रवार को डीएसपी मुख्यालय से मिलकर आपबीती बताई। डीएसपी रमेश कुमार घटना की जांच कर रहे हैं। सबौर थाना क्षेत्र के चंदेरी गांव के नर्सिंग छात्रा क्रांति कुमारी मेडिकल कॉलेज छात्रावास में रहकर पढ़ाई करती है। 20 मार्च की शाम छात्रा के मोबाइल पर 8578996829 से फोन आया। फोन करने वाले ने अपना परिचय स्टेट बैंक के मुंबई से अधिकारी के रूप में दिया। कहा आपने कई दिनों से एटीएम से पैसे नहीं निकाला है। आप का एटीएम बंद कर दिया जाएगा। आपने अपने खाते को आधार कार्ड से नहीं जोड़ा है। आपका एटीएम बंद हो जाएगा। आप अपना बैंक का डिटेल बताइए। जिससे आपके खाते को आधार से जोड़ दिया जाएगा। बैंक अधिकारी समझकर पूरी जानकारी दे दिया। कुछ देर बाद मोबाइल पर मैसेज आया और बैंक खाता से 52 हजार रुपए पेटीएम के जरिये ट्रांसफर कर लिया गया था। छात्रा ने डीएसपी को साइगर ठग का डिटेल भी दिया। अररिया के रानीगंज एसबीआई खाते में रुपए ट्रांसफर कर लिया गया है। डीएसपी रमेश कुमार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए छात्रा को कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं दवा कंपनी में काम करने वाले भीखनपुर के बम शंकर उपाध्याय ने कहा कि गुरुवार को साइबर ठग ने फोनकर आधार नंबर सहित बैंक के डिटेल पूछा और खाते से 50 हजार रुपए उड़ा लिए। बैंक खाते से रुपए निकासी के बाद बमशंकर उपाध्याय ने स्टेट बैंक के अधिकारी को जानकारी दी। पहले बैंक अधिकारी ने नानुकुर किया लेकिन डीजीएम को मेल करने पर साइबर ठग के बैंक खाता का पता लगाने में बैंककर्मी जुट गए। साइबर ठग से लोग रहे सचेतभागलपुर। डीएसपी मुख्यालय रमेश कुमार ने कहा कि बैंक ग्राहकों को साइबर ठग से सचेत रहना चाहिए। बैंक अधिकारी कभी भी ग्राहकों को फोन नहीं करते हैं। साइबर ठग अगर बैंक अधिकारी बनकर फोन करें तो कभी भी बैंक या आधार से जुड़े गोपनीय जानकारी नहीं देनी चाहिए। साइबर ठग अगर परेशान करें तो स्थानीय पुलिस को तुरंत सूचना देनी चाहिए। लोग साइबर ठग से सावधान रहें।