पेज 5 लीड : होमगॉर्डो ने बजायी थाली, कहा-सीएम करें कुर्सी खाली
राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर कर जवानों ने बजायी थालीकहा-राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं, निरंकुश बन गये सत्ताधारीचारों तरफ भ्रष्टाचार का है बोलबालाथाली बजाते हुए नीतीश विरोधी लगाये...
राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर कर जवानों ने बजायी थाली
कहा-राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं, निरंकुश बन गये सत्ताधारी
चारों तरफ भ्रष्टाचार का है बोलबाला
थाली बजाते हुए नीतीश विरोधी लगाये नारे
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13बेगू03 : बेगूसराय में थाली पीटकर राज्य सरकार के खिलाफ शनिवार को विरोध जताते होमगार्ड के जवान।
बेगूसराय। नगर प्रतिनिधि
मांगों के समर्थन में 63 दिनों से लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे होमगार्डों का धैर्य शनिवार को जवाब दे गया। आंदोलन को उग्र रूप देते हुए शहर में जुलूस निकाला। थाली पीटते हुए नीतीश विरोधी नारे लगाये। निरंकुश हो गये सत्ताधारी, उन्हें भगाओ गद्दी से..., नीतीश कुमार हाय-हाय..., नीतीश कुमार मुर्दाबाद... आदि नारों के साथ आक्रोश जताया।
जिला समादेष्टा कार्यालय से जुलूस निकालकर सैकड़ों की संख्या में गृहरक्षकों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। थाली बजाते हुए लोगों का ध्यान अपनी ओर खिंच रहे थे। जुलूस कलेक्ट्रेट के पास पहुंचा। वहां वक्ताओं ने कहा कि सरकार को लोकतंत्र की परिभाषा समझ में नहीं आती है तो सत्ता में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।
पहले बनाया शराबी, अब बंदी का रचा रही ढोंग
जिलाध्यक्ष उदय कुमार सिंह व सचिव सुनील कुमार चौधरी आदि ने कहा कि जनता सब जानती है कि सूबे की सरकार कैसी है। पहले तो गांव-गांव में जाकर शराब की दुकान खुलवाकर सबको शराबी बना दिया। अब एकाएक बंद कर सबको व्यापारी बना दिया है। शराब के बाद दहेज के पीछे पड़ गये हैं सीएम। विकास का काम ठप हो गया है।
गृहरक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार
अब दहेज बंदी प्रथा की बात की जा रही है। सरकार के पास कोई काम नहीं बचा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी सरकार गृहरक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। 15 मई को राज्य के सभी गृहरक्षक पटना में हड़ताली चौक पर जुटकर आगे की रणनीति तय करेंगे।
सभा में उपाध्यक्ष रेणु पासवान, विजय यादव, कोषाध्यक्ष अरूण सिंह, संगठन सचिव सर्वेश कुार, अनिल राय, जयप्रकाश सिंह, कार्यालय सचिव ललन झा, अमरनाथ सिंह, संजीत कुमार सिंह, सुबोध कुमार सिंह, इन्द्रभूषण सिंह, सुभाष शर्मा, उमेश सिंह, प्रवीण सिंह आदि ने अपनी बातें रखीं।