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दुधवा में बढ़ा टकराव, अब पार्क के खिलाफ सड़क पर ग्रामीण

जिला प्रशासन व पार्क प्रशासन के बीच चल रहे विवाद ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया। प्रशासन के पक्ष में पहुंची सैकड़ों थारू क्षेत्र की महिला पुरुषों ने दुधवा पर्यटन परिसर बैरियर के बीच रोड पर अपने बाहन...

दुधवा में बढ़ा टकराव, अब पार्क के खिलाफ सड़क पर ग्रामीण
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 22 Feb 2016 09:23 PM
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जिला प्रशासन व पार्क प्रशासन के बीच चल रहे विवाद ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया। प्रशासन के पक्ष में पहुंची सैकड़ों थारू क्षेत्र की महिला पुरुषों ने दुधवा पर्यटन परिसर बैरियर के बीच रोड पर अपने बाहन लगाते हुए भारत नेपाल अन्तराष्ट्रीय मार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया।

प्रदर्शनकारियों ने बीचों बीच रोड पर बैठकर डिप्टी डायरेक्टर व एक रेंजर पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए उनके निलम्बन व दुधवा के ठप पड़े पर्यटन सत्र को शुरू कराने की पुरजोर मांग की। प्रदर्शकारियों के बीच रोड पर घंटों चले धरना प्रदर्शन के चलते मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लम्बी लम्बी कतारे लग गई। सूचना पर पहुंचे एसडीएम आलोक वर्मा को अपनी मांगों से सम्बधित ज्ञापन देने के बाद प्रदर्शनकारियों ने रोड को जाम से मुक्त किया जिसके बाद आवागमन जारी हो सका। उधर अपनी मांगों पर अड़े पार्क कर्मियों का धरना प्रदर्शन 26 वें दिन भी जारी रहा। आक्रोशित पार्क कर्मियों ने जिला प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

सोमवार को भारत से नेपाल जाने वाले पलिया गौरीफंटा मार्ग पर उस समय हड़कम्प मच गया, जब स्थानीय रिसाल अहमद की अगुवाई में सैकड़ों थारू क्षेत्र के महिला पुरुष दुधवा बैरियर के पास आ धमके और रोड के दोनों ओर अपने ट्रक्टर ट्रालियों को लगाकर पूरी तरह से बन्द कर दिया। इसके बाद सभी प्रदर्शनकारी रोड के बीचों बीच धरने पर बैठ गये और पार्क प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने दुधवा के डीडी पीपी सिंह व रेंजर मनोज श्रीवास्तव पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए उनके निलम्बन की मांग पर अड़ गये। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पार्क कर्मी डीएम की ईमानदार छवि को बदनाम करने के लिये साजिशन हड़ताल कर रहे हैं जिसके कारण प्रदेयश के इकलौते नेशनल पार्क की छवि को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने मांग की कि दोनों पार्क अधिकारियों को तत्काल निलम्बित किया जाए साथ ही पूर्व की तरह पार्क में प्राइवेट वाहनों का आवागमन शुरू किया जाये। मुख्यमंत्री को सम्बोधित एसडीएम आलोक वर्मा को दिये गये ज्ञापन में प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द उनकी मांग पूरी नही हुई तो वह उग्र आन्दोलन करने पर विवश होंगे।

कर्मचारी भी 26 वें दिन धरने पर, हालात बदलतर
दुधवा मुख्यालय पर अपनी मांगों को लेकर अड़े पार्क कर्मियों का गुस्सा 26वें दिन भी जारी रहा। आक्रोशित पार्क कर्मियों ने जिला प्रशासन के विरूद्ध जमकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नही होंगी वह अपने आन्दोलन को किसी भी हाल में समाप्त नही करेंगे।

पिछले 25 दिनों से दुधवा टाइगर रिजर्व के कर्मचारी आंदोलनरत हैं। इससे पहले सभी कर्मचारियों ने अपने राजकीय शस्त्र भी जमा करवा चुके हैं। अपने हाथी भी दुधवा बेस कैंप से निकालकर ले जा चुके हैं। सोमवार को उन्हीं के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया। इन सब के बीच दुधवा के कर्मचारी धरने पर रहे। सोमवार को भी पर्यटन परिसर सूना रहा। कर्मचारियों का कहना है कि मामला प्रदेश स्तर तक  पहुंच चुका है। अब कदम पीछे नहीं हटाए जाएंगे। अध्यक्ष पतिराज सिंह ने बताया कि इस मामले में रविवार को ही लखनऊ स्थित वन मुख्यालय पर एसोसिएशे पदाधिकारी बैठक कर चुके हैं। महासचिव शैलेंद्र प्रताप सिंह ने खुद डीएम और एफडी के बीच हुए इकतरफा समझौते से नाइत्तेफाकी जताई है। अब बारी अन्य जिलों के कर्मचारियों को साथ लाने की है। इसके लिए आसपास के जिलों में सम्पर्क किया जाएगा। सिंह ने कहा कि हम अब विधानसभा घेरेंगे। अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे।

नहीं मांग पूरी हुई तो वह लखनऊ करेंगे कूच
पलिया गौरीफंटा मार्ग पर दुधवा बैरियर के पास धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने मौजूद अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर वह जल्द से जल्द कार्रवाई नही करते है तो वह हजारों की संख्या में एकत्र होकर लखनऊ के लिये रवाना होंगे और प्रदेश सरकार के मुखिया के सामने पार्क प्रशासन के काले कारनामों का चिळा खोलेंगे। 

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