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बरेली में नोटबंदी में पेट्रोल पंपों पर खपा दिए 7.5 करोड़ रुपये

- 72 हजार लीटर पेट्रोल-डीजल की रोजाना हो रही अतिरिक्त बिक्री- 03 टैंकर डीजल के और तीन टैंकर पेट्रोल के अतिरिक्त खपत जिले में- 12 हजार लीटर तेल होता है डीजल-पेट्रोल के एक टैंकर में नोटबंदी के बाद जिले...

बरेली में नोटबंदी में पेट्रोल पंपों पर खपा दिए 7.5 करोड़ रुपये
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 25 Nov 2016 12:52 PM
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- 72 हजार लीटर पेट्रोल-डीजल की रोजाना हो रही अतिरिक्त बिक्री

- 03 टैंकर डीजल के और तीन टैंकर पेट्रोल के अतिरिक्त खपत जिले में

- 12 हजार लीटर तेल होता है डीजल-पेट्रोल के एक टैंकर में

नोटबंदी के बाद जिले के पेट्रोल पंपों पर रोजाना 72 हजार लीटर डीजल-पेट्रोल की बिक्री बढ़ गई। और ऐसा हुआ पुराने नोट खपाने के चक्कर में। ऐसे में केवल इसी आंकाड़ों की बात करें तो केवल पेट्रोल पंपों पर ही पिछले सोलह दिनों में 7.5 करोड़ रुपये से अधिक की करंसी खपा दी गई। इस बात का खुलासा स्टेडियम रोड स्थित एक पेट्रोल पर किए गए स्टिंग से भी हुआ है। वहां दो ड्रमों में खुलेआम पेट्रोल भरा जा रहा था।

गौरतलब है कि बीते आठ नवंबर की रात पीएम ने हजार-पांच सौ के नोट बंद करने की घोषणा की थी। लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए 24 नवंबर तक रोडवेज, रेलवे के साथ ही पेट्रोल पंपों पर पुराने नोट चलने का एलान किया था। इसके बाद से शहर के सभी पेट्रोल पंपों पर भीड़ बढ़नी शुरू हुई जो 15 दिन बीत जाने के बाद भी लगातार बनी हुई है। चौंकाने वाली बात यह है कि पहले जहां गाड़ियों में पेट्रोल-डीजल दिया जा रहा था, वहीं अब खुलेआम ड्रम, कंटेनर में भरा जा रहा है। एक ड्रम औसतन 80-90 लीटर का होता है। पेट्रोल पंपों पर रोजाना ही 10-12 लोग ड्रम लेकर आ रहे हैं और इस तरह एक पेट्रोल पंप से एक दिन में ही 70-80 हजार रुपये का पेट्रोल-डीजल बेचा जा रहा है। नोट खपाने के चक्कर में ईंधन भरे इन ड्रमों-कंटेनरों को घरों, रिहायशी इलाकों में इकट्ठा किया जा रहा है जो कभी बड़ी घटना की वजह बन सकता है।

गुरुवार को एसएसडी एनजीओ ने स्टेडियम रोड स्थित पेट्रोल पंप मोबाइल से स्टिंग किया तो यह खुलासा हुआ। वीडियो में ठेले पर दो ड्रम रखे हैं जिनको पंप का कर्मचारी भर रहा है। एनजीओ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील खत्री ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की है और पेट्रोल पंपों के खिलाफ जांच की मांग की है।

16 दिन में 5.76 लाख लीटर डीजल की अधिक बिक्री

नोटबंदी के बाद डीजल-पेट्रोल की बिक्री के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। बीते 16 दिनों में 5.76 लाख लीटर डीजल और इतना ही करीब पेट्रोल अधिक बिक गया। आखिर यह डीजल-पेट्रोल है कहां। अगर करेंसी की बात करें तो 3 करोड़ 45 लाख 60 हजार रुपये का अतिरिक्त डीजल खप गया। इसी तरह 4 करोड़ 32 हजार रुपये का पेट्रोल अधिक बेचा गया।

रोजना डीजल-पेट्रोल की खपत का हिसाब

जिले में आमतौर पर रोजाना 42 टैंकर डीजल की खपत होती है। हर टैंकर 12 हजार लीटर का होता है। इस समय तीन टैंकर अतिरिक्त खपत हो रही है जिसका मतलब हुआ कि 36 हजार लीटर रोजाना अधिक बिक्री हो रही है। पेट्रोल की खपत आमदिनों में 12 टैंकर की होती है जो नोटबंदी के बाद 15 टैंकर हो गई है।

नोटबंदी से पेट्रोल-डीजल की बिक्री में 10-15 फीसदी तक वृद्धि हुई है। लोगों ने 500-1000 के नोटों से गाड़ियों में पेट्रोल भराया। किसानों ने डीजल का स्टॉक कर लिया। हालांकि केंद्र सरकार ने अब एक दिसंबर तक पुराने नोट लेने के आदेश कर दिए हैं।

अनिल अग्रवाल-अध्यक्ष, बरेली पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन

केन या बोतल में पेट्रोल बेचना कानूनन अपराध है। केन और बोतल में पेट्रोल बेचने वाले पंप मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सिर्फ डीजल की केन और ड्रम में सप्लाई दी जाएगी। टीमें बनाकर पंपों की जांच कराएंगे।

केएल तिवारी-डीएसओ बरेली

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