युवाओं को नशे की लत से बचाएंगे काउंसलर
युवा वर्ग को नशे की कई तरह की आदतों को छुड़वाने और इसके दुष्परिणामों को बताने के लिए शीघ्र की सरकारी अस्पतालों में काउंसलरों की तैनाती की जाएगी। शासन के आदेश पर यह प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन आचार...
युवा वर्ग को नशे की कई तरह की आदतों को छुड़वाने और इसके दुष्परिणामों को बताने के लिए शीघ्र की सरकारी अस्पतालों में काउंसलरों की तैनाती की जाएगी। शासन के आदेश पर यह प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन आचार संहिता होने के कारण कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी थी।
समाज में नशा सबके लिए बड़ी चुनौती बन गया है। युवा पीढ़ी इसकी चपेट में आकर बर्बाद हो रही है। नशे की लत से कैसे छुटकारा दिलाया जाए और युवाओं को समझाया जाए। इसको लेकर अब अस्पतालों में अलग से स्वास्थ्य कर्मी की तैनाती होनी है। चुनाव से पहले अस्पतालों में सभी को रखना था लेकिन आचार संहिता के चलते इसमें चयन नहीं हो सका था। नशे को दूर करने और युवाओं की सोच बदलने के उद्देश्य से रखे जाने वाले काउंसलरों का काम मात्र एक यही तय किया गया था।
सीएचसी में आने वाले युवाओं को अलग बुलाकर उनसे बात करना और समस्या को पूछकर उसका निस्तारण किया जाना है। अब चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद इस पर काम शुरू किया गया है। शीघ्र ही सीएचसी में नशा को लेकर काउंसलर की तैनाती होने की संभावना है। जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डा. राजेश भट्ट ने बताया कि प्रक्रिया को शुरू किया गया था लेकिन चुनाव के कारण पूरी नहीं हो सकी थी। अब सीएमओ के स्तर से इसमें प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।