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गरुड़ में नदियों और सड़क किनारे लगा कूड़े का अंबार

गरुड़ बाजार में कूड़ा निस्तारण का स्थाई प्रबंध नहीं होने से लोगों की दिक्कत बढ़ गई है। गरुड़ गंगा, गोमती नदियों के साथ सड़क किनारे और खेतों में भी घर और दुकानों का कूड़ा जमा हो रहा है। टीट बाजार का...

गरुड़ में नदियों और सड़क किनारे लगा कूड़े का अंबार
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 03 Mar 2017 05:00 PM
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गरुड़ बाजार में कूड़ा निस्तारण का स्थाई प्रबंध नहीं होने से लोगों की दिक्कत बढ़ गई है। गरुड़ गंगा, गोमती नदियों के साथ सड़क किनारे और खेतों में भी घर और दुकानों का कूड़ा जमा हो रहा है। टीट बाजार का हाल भी कुछ ऐसा ही है। यहां फसल उगाने वाली जमीन भी कूड़ादान बनती जा रही है। बैजनाथ मंदिर के सामने और अस्पताल के पास के हालात भी कमोबेश ऐसे ही हैं। आपके अखबार हिन्दुस्तान ने लोगों से इस समस्या को लेकर बातचीत की। उन्होंने कूड़ा निस्तारण के समाधान में प्रशासन की उदासीनता को समस्या की जड़ बताया।

मनोज अल्मियां ने कहा कि बाजार में कूड़ा निस्तारण की समस्या विकराल होती जा रही है। लोगों को प्रशासन पर निर्भर न रहकर स्वयं से प्रयास करना होगा। मानसिकता परिवर्तन करके ही इसे संभव बनाया जा सकता है। कूड़े को सार्वजनिक स्थानों में फैलाने की बजाय जलाने या गड्ढे में डालने पर जोर देना होगा। तभी नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है। हंसी फर्स्वाण ने कहा कि लोग अपने घरों और दुकानों का कूड़ा खेत में डाल रहे हैं, जिससे जानवरों के लिए चारा जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। खेत पॉलीथिन, कांच के टुकड़े आदि से पट गए हैं। लोगों को कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था के लिए प्रशासन पर दबाव बनाना होगा। तभी समस्या का स्थाई समाधान निकल सकता है। पूनम अल्मियां ने कहा कि समाज में जागरूकता की कमी हो रही है। पहले लोग अपने घरों का कूड़ा जला दिया करते थे। आज नदियों और सड़कों के किनारे गंदगी का अंबार लग रहा है, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। प्रशासन और जनता को एकजुट होकर समस्या का हल खोजना होगा। तभी स्वच्छ भारत अभियान को बल मिलेगा। व्यापारी जगदीश बरोलिया ने कहा कि प्रशासन की अनदेखी और लोगों में जागरूकता की कमी से कूड़ा नगर की मुख्य समस्या बन गई है। गर्मियों के मौसम में परेशानी और बढ़ेगी, जिससे बीमारियों में भी इजाफा होने की आंशका है। कूड़ा निस्तारण के लिए व्यापारियों और प्रशासन को मिलकर ठोस पहल करनी होगी तभी हालात सुधारे जा सकेंगे।

नगर में कूड़ा निस्तारण के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। नदियों और सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा डालने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इन स्थानों पर कूड़ा डालते हुए पकड़े जाने पर जुर्माना किया जाएगा। एनएस नगनन्याल, एसडीएम, गरुड़

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