फोटो गैलरी

Hindi Newsआजमगढ़ : नौकरी के नाम पर वसूली पर बर्खास्त सिपाही को बनाया बंधक

आजमगढ़ : नौकरी के नाम पर वसूली पर बर्खास्त सिपाही को बनाया बंधक

क्षेत्र के खरेवां गांव के पास शनिवार को लगभग चार बजे नौकरी के नाम पर वसूली करने आए एक बर्खास्त सिपाही को ग्रामीणों ने दौड़ा कर धर दबोचा। धुनाई कर उसे बंधक बना लिया। उसके पास से 22 हजार रुपये वसूलने के...

आजमगढ़ : नौकरी के नाम पर वसूली पर बर्खास्त सिपाही को बनाया बंधक
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 31 Dec 2016 07:00 PM
ऐप पर पढ़ें

क्षेत्र के खरेवां गांव के पास शनिवार को लगभग चार बजे नौकरी के नाम पर वसूली करने आए एक बर्खास्त सिपाही को ग्रामीणों ने दौड़ा कर धर दबोचा। धुनाई कर उसे बंधक बना लिया। उसके पास से 22 हजार रुपये वसूलने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। बर्खास्त सिपाही ने सरायमीर थाने के राजापुर सिकरौर गांव निवासी मो.अशरफ पुत्र मुमताज अहमद को आजमगढ़ पुलिस लाइन में बुला कर 15 दिन पूर्व जिला न्यायालय में उर्दू अनुवादक की नौकरी दिलाने के नाम पर 26 हजार रुपये जालसाजी कर ले लिया था। नौकरी लगने के बाद पैसा वापस सरकार द्वारा वापस कर देने की बात भी कहीं थी। इसके बाद अपना मोबाइल स्वीच आफ कर लिया था। तीन दिन पूर्व फोन कर मो.अशरफ को उक्त जालसाज ने आश्वासन दिया कि घबड़ाना मत अब नौकरी मिलने ही वाली है। इस बीच बर्खास्त सिपाही शनिवार को शाम चार बजे सरायमीर क्षेत्र के खरेवां मोड़ स्थित मस्जिद में नमाज अदा करने पहुंच गया। यहां पर भी एक और युवक को कोर्ट में नौकरी दिलाने की बात करने लगा। तब तक राजापुर सिकरौर गांव निवासी मो.अशरफ भी पहुंच गया। अशरफ को देखते ही बर्खास्त सिपाही भागने लगा। अशरफ शोर मचाते हुए उसे दौड़ा लिया। तब तक ग्रामीणों ने घेर कर उसे पकड़ लिया और धुनाई करने के बाद बंधक बना लिया। उसके पास से 22 हजार रुपये बरामद किया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सरायमीर थानाध्यक्ष ज्ञानेश्वर मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार अब्दुल वहीद पुत्र कल्लू खां हमीरपुर जिले के मौदहां थाने के गुसियारी गांव का निवासी है। वर्ष 11 वर्ष पूर्व कानपुर कोतवाली में सिपाही पद पर तैनात था। तैनाती के दौरान ही बर्खास्त कर दिया गया। तब से आजमगढ़ और इलाहाबाद में घुम-फिर कर रहता था। बहरहाल पीड़ित की तहरीर पर उसके खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर वसूली करने के आरोप में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें