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ममता ने रखा सबका ध्यान, नहीं बढ़ाए किराए व माल-भाडे़

रेल मंत्री ममता बनर्जी ने वित्त वर्ष 2010-11 के लिए पेश रेल बजट में यात्रा किराए में बिना कोई वृद्धि किए किसानों, कामगारों, मरीजों, महिलाओं और रेलवे के कर्मचारियों के लिए नई सुविधाओं की घोषणा की। रेल...

ममता ने रखा सबका ध्यान, नहीं बढ़ाए किराए व माल-भाडे़
एजेंसीWed, 24 Feb 2010 05:09 PM
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रेल मंत्री ममता बनर्जी ने वित्त वर्ष 2010-11 के लिए पेश रेल बजट में यात्रा किराए में बिना कोई वृद्धि किए किसानों, कामगारों, मरीजों, महिलाओं और रेलवे के कर्मचारियों के लिए नई सुविधाओं की घोषणा की। रेल मंत्री ने लंबी दूरी की 52 नई रेलगाडि़यां शुरू करने  की घोषणा की।

अपने कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करते हुए ममता ने रेलवे के निजीकरण से इंकार किया और कहा कि कुछ गेज परिवर्तन की परियोजनाओं में निजी-सार्वजनिक भागीदारी (पीपीपी) की जाएगी। उन्होंने नए व्यापारिक मॉडल का वादा किया जिसमें निजीकरण किए बगैर सामाजिक प्रतिबद्धता वाले निजी निवेश को प्रोत्साहन दिया जाएगा।

उन्होंने 28 नई पैसेंजर रेलगाडिम्यों को शुरू करने, 12 रेलगाडि़यां के फेरों की संख्या में वृद्धि तथा 21 रेलगाडि़यां को और आगे बढ़ाने की घोषणा भी की।

उन्होंने कैंसर के मरीजों को तृतीय वातानुकूलित श्रेणी (एसी-3) में निशुल्क यात्रा की सुविधा मुहैया करवाने, महिला यात्रियों की सुरक्षा में वृद्धि और विस्थापित कामगारों के लिए कर्मभूमि रेलगाडि़यां चलाने की घोषणा की।

ममता ने उर्वरक और किरोसिन के ढुलाई किराये में प्रति वैगन 1०० रुपये की कटौती कर किसानों और गरीबों को भी राहत देने की कोशिश की है।

लोकसभा में बनर्जी ने कहा, ''हमारा लक्ष्य समग्र विकास है।'' बनर्जी ने कहा कि इस बजट में उन्होंने परियोजनाओं की महज वाणिज्यिक व्यवहारिकता की जगह सामाजिक जिम्मेदारी पर जोर दिया है।

उन्होंने दिसंबर में पेश किए गए दस्तावेज का हवाला देते हुए कहा, ''हमने 'विजन 2020' दस्तावेज में अपने लक्ष्य निर्धारित किए हैं और हम उन्हें हासिल करके रहेंगे।''

उन्होंने कहा, ''प्रशासनिक और प्रक्रियागत विलंब निवेशकों को हतोत्साहित करते हैं। हमें इस पर काबू पाने की जरूरत है। मैं इसके लिए विशेष कार्यबल का गठन कर रही हूं।

उन्होंने कहा, ''नए व्यापारिक मॉडल के लिए विशेष ढांचा तैयार किया जाएगा। लेकिन हम रेलवे का निजीकरण नहीं करेंगे। भारतीय रेलवे हमेशा सरकार के साथ रहेगी।''

साथ ही उन्होंने निजी क्षेत्र से भारतीय रेलवे के साथ काम करते समय नकरात्मक रुख से दूर रहने को कहा। उन्होंने कहा, ''मुझे दुख के साथ कहना पड़ता है कि इस नजरिए को बदलना होगा।''

बनर्जी ने कहा कि उनके पिछले रेल बजट में जिन 120 नई रेलगाडिम्यां चलाने का वादा किया गया था उनमें से 117 आगामी 31 मार्च तक चालू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह कार्य महज सात महीनों में ही कर लिया गया है जो सराहनीय है।

सुरक्षा का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा कि अतीत में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय प्रौद्योगिकी और कर्मियों को प्रशिक्षण देकर ऐसी घटनाएं रोकी जा सकती हैं।

मानवरहित रेलवे क्रांसिंग्स पर होने वाले हादसों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''पांच वर्ष में हम 13,000 मानवरहित क्रासिंग्स में से 3000 पर चालू वित्त वर्ष में 1000 पर अगले वित्त वर्ष में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।''

बनर्जी के बजट भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी, विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब भी सदन में मौजूद थे।

बनर्जी चौथी बार रेल बजट पेश कर रही हैं। संप्रग सरकार में यह उनका दूसरा रेल बजट है। भारतीय रेल  64,099 किलोमीटर  के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। कुल 6,906 रेलवे स्टेशनों से करीब 7000 रेलगाडि़यां 1.89 करोड़ लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचाती हैं। कुल 4000 मालगाडि़यां 85 करोड़ टन माल की ढुलाई करती हैं

 

बजट की खास बातें -

54 नई ट्रेनों का प्रस्तावः-
-अहमदाबाद से उधमपुर
-इंदौर से मुंबई।
-हरिद्वार से मुंबई।
-सुल्तानपुर से मुंबई।
-सुल्तानपुर से अजमेर।
-कोलकाता से अजमेर।
-संबलपुर हावड़ा।
-अहमदाबाद जोधपुर।
-कोलकाता दरभंगा।
-ग्वालियर से छिंदवाड़ा।
-हावड़ा से शिरडी।
-10 नई दुरंतो ट्रेन।
-16 नई भारत तीर्थ एक्सप्रेस-जहां से शुरू होगी वहीं खत्म होगी।
-जन्मभूमि ट्रेन चलेगी।

नई रेल लाइनः-
-अमेठी-शाहगंज वाया सुल्तानपुर।
-बहादुरगढ़-झज्जर।
-अजमेर से कोटा।
-ब्यास से कपूरथला।
-ऊरई से जालौन।
-विलासपुर से लेह।
-चंडीगढ़ से देहरादून।
-दौराला से बिजनौर।
-पलवल से अलवर।
-पानीपत से मेरठ।
-पांडुरंग से भद्राचलम।
-इटावा से मैनपुरी।
-जबलपुर से पन्ना।
-जगदलपुर से दंतेवाडा़।
-जैसलमेर से बाड़मेर।
-ऋषिकेश से डोइवाला।
-संभल से गजरोला।
-झाझा से गिरिडीह।
-जोगिंदर नगर से मंडी।
-ऊना से होशियारपुर।
-यमुनानगर से पटियाला।
-अगरतला से बांग्लादेश।

अन्य प्रमुख बातें:-

-माल ढुलाई के लिए कई नए कॉरिडोर
            
-नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर।
             -ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर।
             -ईस्ट कोस्ट कॉरिडोर।
-कई पैसेंजर कॉरिडोर बनेंगे।
-117 नई ट्रेनों का प्रस्ताव।
-21 ट्रेनों की दूरी बढ़ाई जाएगी
-परीक्षण के लिए डबल डेकर ट्रेनें चलेंगी
-नई रेल लाइनों के लिए 4411 करोड़ रुपए
-नई 54 ट्रेनों में से 28 पैसेंजर ट्रेनें
-तेल व खाद की ढ़ुलाई पर 100 रुपए की रियायत
-2009-10 में रेलवे को 1328 करोड़ का मुनाफा
-कैंसर मरीजों मुफ्त में सफर करेंगे
-ई-टिकट पर सर्विस चार्ज कम होगा
-किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी
-नेशनल हाई स्पीड रेल अथॉरिटी भी बनाई जाएगी।
-डेडिकेटेड हाई स्पीड पैसेंजर कॉरिडोर बनेंगे।
-हाई स्पीड ट्रेनों के लिए अलग से कॉरिडोर बनेंगे।
-रेलवे के संस्थानों में विदेशी छात्रों को भी दाखिला।
-अगरतला से बांग्लादेश के बीच लिंक।
-माल भाड़ा नहीं बढ़ेगा
-रेलवे पार्सल के लिए 'तत्काल स्कीम' चालू होगी

 
-रेलवे के लिए मिशन 2020।
-5 साल में पूरे देश को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने का लक्ष्य।
-निजी क्षेत्र को रेलवे में भागीदारी करने  का आह्वान।
-रेलवे का निजीकरण नहीं।
-रेलवे की परीक्षाओं में हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू व स्थानीय भाषाओं को शामिल किया जाएगा।
-रेलवे के लिए स्पेशल टास्क फोर्स बनेगी।
-यात्री सुविधाओं के लिए 1302 करोड़ रुपए।
-हर साल नई 1000 किमी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी।
-रेलवे पीने का सस्ता पानी देगी।
-पानी के 6 नए बॉटलिंग प्लांट लगाए जाएंगे।
-मुसाफिरों को अच्छा खाना देने की कोशिश होगी।
-पंचायतों में भी टिकट सेंटर खुलेंगे।
-हादसे रोकने के लिए नए उपकरण लगाए जाएंगे।
-जिलाधिकारी के दफ्तरों में भी टिकट सेंटर खुलेंगे।
-अस्पतालों व कोर्ट में भी टिकट सेंटर खुलेंगे।
-देश में 17 हजार ट्रेंने अभी चलती हैं।
-5 साल में हर रेलवे क्रॉसिंग पर चौकीदार नियुक्त किए जाएंगे।
-प्लेटफॉर्म क्रास करने के लिए अंडरपास बनेंगे।
-रेलवे परीक्षा में महिलाओं से फीस नहीं ली जाएगी।
-आरपीएफ की महिला विंग तैयार की जाएगी।
-आरपीएफ में पूर्व सैनिक भर्ती होंगे।
-अंबाला, अमेठी, नासिक सहित 6 शहरों में बॉटिलंग प्लांट लगेंगे।
-रेलवे 5 खेल अकादमी भी बनाएगा। ( कोलकाता, चेन्नई, मुंबई, सिकंदराबाद, ..)
-खिलाड़ियों को और नौकरी देगी रेलवे।
-कॉमनवेल्थ गेम्स की लिंक पार्टनर होगी रेलवे।
-हावड़ा में रवींद्र म्यूजियम बनेगा।
-गीतांजलि म्यूजियम भी बनाएगा रेलवे।
-रेलवे कर्मचारियों को घर की योजना।
-कर्मचारियों के लिए 381 जांच केन्द्र।
-रेलवे स्कूल व कॉलेज भी खोलेगी।
-रेलवे में 81 हजार महिला कर्मचारी।
-रेलवे कर्मचारियों के बच्चों के लिए हॉस्टल खोले जाएंगे।
-महिला कर्मचारियों के लिए 50 क्रेश खोले जाएंगे।
-खड़कपुर में लोको पायलट ट्रेनिंग सेंटर और रेलवे रिसर्च सेंटर खुलेगा।
-कुलियों व वेंडरों का स्वास्थ्य बीमा होगा।
-रायबरेली कोच फैक्टरी में एक साल में काम शुरू होगा।
-कई नई कोच फैक्टरियां खुलेंगी।
-चेन्नई रेल कोच फैक्टरी का आधुनिकीकरण।
-मुंबई के पास वैगन रिपेरिंग वर्कशॉप खुलेगा।
-जमीन मिली तो सिंगूर में रेल फैक्टरी बनेगी।
-5 नए वैगन कारखाने खुलेंगे।
-बड़े स्टेशनों पर कोल्ड स्टोरेज बनेंगे।
-10 ऑटो मोबाइल हब बनाएगी रेलवे।
-ग्लोबल वार्मिंग के लिए भी रेलवे चिंतित है।
-रेलवे ईको पार्क बनाए जाएंगे।
-रेलवे पार्सल के लिए तत्काल स्कीम।
-रेलवे जबरदस्ती किसी की भी जमीन नहीं लेगी। जमीन लेने पर एक सदस्य को नौकरी।

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