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Hindi News परिसीमन से खुला एक और चुनावी महाभारत का दरवाजा

परिसीमन से खुला एक और चुनावी महाभारत का दरवाजा

मोतिहारी संसदीय क्षेत्र के परिसीमन में राजनीतिक गणित प्रभावित हुआ है। हरसिद्धि विस जहां सुरक्षित होने से चुनाव मैदान में कूदने की मंशा पाले सामान्य जाति के उम्मीदवार को झटका लगा है। वहीं पिपरा विस की...

 परिसीमन से खुला एक और चुनावी महाभारत का दरवाजा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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मोतिहारी संसदीय क्षेत्र के परिसीमन में राजनीतिक गणित प्रभावित हुआ है। हरसिद्धि विस जहां सुरक्षित होने से चुनाव मैदान में कूदने की मंशा पाले सामान्य जाति के उम्मीदवार को झटका लगा है। वहीं पिपरा विस की सुरक्षित क्षेत्र से बाहर निकलने से वर्षो से चुनाव लड़ने का अरमान लिए राजनेताओं के लिए बड़ी तोहफा है। नया विस कल्याणपुर के परिसीमन से एक और चुनावी जंग का अखाड़ा तैयार हो गया है। मतदाताओं की मिलीजुली प्रतिक्रिया से यह तथ्य उभरकर सामने आया है कि इससे जहां राजनीतिक लाभ हासिल हुआ । वहीं भौगोलिक समीकरण पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है। कोटवा के अहिरौलिया निवासी मूरत शर्मा ने कहा कि कोटवा प्रखंड को पूरी तरह से कल्याणपुर विस में समाहित होने से जबर्दस्त राजनीतिक लाभ मिलेगा। शंभू सिंह कोटवा का कहना है कि परिसीमन से अब स्थानीय व्यक्ित भी चुनाव लड़ सकेंगे। पिपरा के जहींगरा निवासी त्रिलोकी ठाकुर का कहना है कि पिपरा विस को सामान्य सीट होने से राजनीतिक प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। पिपरा के राजू प्रसाद ने कहा कि पिपरा विस का सुरक्षित कोटे से हटना मतदाताओं के लिए परशानी का कारण बनेगा। हरसिद्धि विस को सुरक्षित होने पर मोहब्बत छपरा के उमेश कुशवाहा का कहना है कि इससे दलितों का मान-सम्मान बढ़ा है। दनही के हीरालाल पांडेय का कहना है कि सत्ता से वंचित लोगों की भागीदारी बढ़ेगी। बहरहाल संसदीय क्षेत्र का परिसीमन कितना कारगर साबित होगा, इसका आकलन अगले लोस चुनाव के बाद हीं स्पष्ट रूप से हो पायेगा।ं

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