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‘मुझे इस प्रश्न का जवाब नहीं आता’

सिलेबस से बाहर के प्रश्न पूछने पर स्नातक विधि के परीक्षार्थियों ने विरोध करने का अद्भुत तरीका खोज निकाला। जहां कुछ छात्रों ने सवाल का जवाब लिखने की बजाय खाली जगह छोड़ दिया, वहीं कइयों ने उत्तर के...

 ‘मुझे इस प्रश्न का जवाब नहीं आता’
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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सिलेबस से बाहर के प्रश्न पूछने पर स्नातक विधि के परीक्षार्थियों ने विरोध करने का अद्भुत तरीका खोज निकाला। जहां कुछ छात्रों ने सवाल का जवाब लिखने की बजाय खाली जगह छोड़ दिया, वहीं कइयों ने उत्तर के स्थान पर लिखा, ‘परीक्षक महोदय, मुझे इस प्रश्न का जवाब नहीं आता है, क्योंकि यह सिलेबस से बाहर से पूछा गया है।’ मामला जुड़ा है एएन कॉलेज केंद्र का।ड्ढr ड्ढr सोमवार को एलएलबी पार्ट थर्ड के पेपर आठ में सिलेबस से बाहर से सवाल पूछे गए थे। परीक्षा भवन में छात्रों ने इस पर आपत्ति की तो उन्हें समझाया गया कि कॉलेज ने प्रश्नपत्र सेट नहीं किया है। इस मामले में विवि प्रशासन से वार्ता चल रही है। परीक्षार्थी को जब कॉलेज प्रशासन द्वारा आश्वासन नहीं मिला, तो परीक्षा समाप्त होने से पांच मिनट पहले छात्रों ने कॉपियों पर परीक्षक के नाम संदेश लिखकर उसे जमा कर दिया।ड्ढr ड्ढr छात्रों ने परीक्षकों से अनुरोध किया है कि इसी आधार पर वे अंक भी दें। परीक्षार्थी जावेद व जालेंद्र ने बताया कि ग्रुप बी के बिहार वित्त कानून 1से दो प्रश्न पूछा जाना था, लेकिन वेल्थ टैक्स से प्रश्न पूछा गया। इस कारण छात्र उत्तर नहीं लिख सके। उन्होंने विवि प्रशासन से मांग की है कि पाठय़क्रम से बाहर से प्रश्न पूछे जाने के कारण परीक्षा रद्द कर दी जाए। वहीं कॉलेज के प्राचार्य डा. हरिद्वार सिंह का कहना है कि परीक्षा में कड़ाई के चलते छात्रों को बराबर आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न पूछे जाने की शिकायत रहती है। वास्तव में ऐसा हुआ है तो विवि प्रशासन से बात की जाएगी।

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