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इस्तीफा वापसी को लेकर तेलंगाना के मंत्रियों में मतभेद

तेलंगाना मुद्दे पर इस क्षेत्र के मंत्रियों के बीच गुरुवार को मतभेद साफ उभरते दिखे क्योंकि इनमें से दो मंत्रियों ने अपने इस्तीफे वापस नहीं करने का फैसला किया। पार्टी सूत्रों ने कहा कि उच्च शिक्षा...

इस्तीफा वापसी को लेकर तेलंगाना के मंत्रियों में मतभेद
एजेंसीThu, 31 Dec 2009 09:06 PM
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तेलंगाना मुद्दे पर इस क्षेत्र के मंत्रियों के बीच गुरुवार को मतभेद साफ उभरते दिखे क्योंकि इनमें से दो मंत्रियों ने अपने इस्तीफे वापस नहीं करने का फैसला किया।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री डी श्रीधर बाबू और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कोमतीरेडडी वेंकट रेड्डी ने अपने 11 सहयोगियों के कदमों पर नहीं चलने का फैसला किया है। उनका मानना है कि अलग राज्य के मुददे पर कोई ठोस परिणाम नहीं आया है।

हालांकि अन्य मंत्रियों ने इस तरह के किसी घटनाक्रम की जानकारी से इंकार किया और राज्य के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी श्रीनिवास ने दावा किया कि क्षेत्र के सभी 13 मंत्रियों ने अपने इस्तीफे वापस ले लिए हैं। गृह मंत्री पी़ चिदंबरम ने 23 दिसंबर को तेलंगाना मुद्दे पर व्यापक विचार विमर्श करने की घोषणा की थी जिसके बाद 13 मंत्रियों ने अपने इस्तीफे दे दिये थे। उन्होंने अलग तेलंगाना राज्य के निर्माण के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की। इससे पहले नौ दिसंबर को उन्होंने कहा था कि तेलंगाना निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

राज्य की सूचना मंत्री गीता रेड्डी ने कहा कि सुबह जब हम सभी ने पीसीसी अध्यक्ष डी श्रीनिवास के आवास पर मुलाकात की थी, हमने अपना इस्तीफा वापस लेने का निर्णय किया क्योंकि केंद्र ने पांच जनवरी को सर्वदलीय बैठक बुलाकर अलग तेलंगाना राज्य बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी।

सचिवालय में मुख्यमंत्री क़े रोसैया के साथ मुलाकात के बाद राज्य के मंत्रियों ज़े गीता रेड्डी, जुपल्ली कृष्णा राव, आर वेंकट रेड्डी, पोन्नला लक्ष्मैया और डीके अरुणा ने संवाददाताओं से कहा कि लेकिन हमें दोनों मंत्रियों के ताजा फैसले के बारे में जानकारी नहीं है।

मंत्रियों ने कहा कि हम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर उन्हें अपने इस्तीफे वापस लेने के फैसले के बारे में बता रहे हैं। हमने उन्हें पहले अपने साझा इस्तीफे भेजे थे। श्रीधर बाबू और कोमतीरेडडी अलग तेलंगाना राज्य के मजबूत समर्थक हैं और इस्तीफे देने वाले शुरुआती मंत्रियों में शामिल रहे। दरअसल कोमतीरेडडी ने दावा किया था कि उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री रोसैया को फैक्स किया था जबकि अन्य मंत्रियों ने एक साझा त्यागपत्र पर दस्तखत कर उसे सोनिया गांधी को प्रेषित किया।

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