तेलंगाना मामले पर समयसीमा बताना मुश्किलः कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि आंध्र प्रदेश में तेलंगाना के समर्थक और विरोधियों के आंदोलन को देखते हुए इस मसले के हल के लिए व्यापक विचार विमर्श जरुरी है तथा इसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित करना मुश्किल...
कांग्रेस ने कहा है कि आंध्र प्रदेश में तेलंगाना के समर्थक और विरोधियों के आंदोलन को देखते हुए इस मसले के हल के लिए व्यापक विचार विमर्श जरुरी है तथा इसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित करना मुश्किल है।
तेलंगाना मसले को हल करने के लिए एक समय सीमा निर्धारित करने की उठ रही मांग के संबंध में पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस बारे में कोई समय सीमा कैसे तय की जा सकती है क्योंकि यह इस पर निर्भर करता है कि क्या स्थिति बनती है तथा बातचीत से क्या रास्ता निकलता है। उन्होंने कहा कि केंद्र में अकेली कांग्रेस की सरकार नहीं है तथा कोई नतीजा आम सहमति से ही हो सकता है।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना मसले पर पार्टी का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है तथा उसमें कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने कभी यह नहीं कहा कि वह पृथक तेलंगाना के प्रति बचनबद्ध है लेकिन वह इसके विरुद्ध भी नहीं है। पार्टी की राय यही रही है कि इसका फैसला आम सहमति से हो। आंध्रप्रदेश में हुई सर्वदलीय बैठक में जब सभी दलों ने तेलंगाना के गठन के प्रति सहमति जताई और दिल्ली में भी भाजपा तथा मार्क्सवादी पार्टी इस पर समर्थन जताया तो केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदम्बरम ने पृथक राज्य के गठन की प्रक्रिया शुरु करने की घोषणा की।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि तेलंगाना राष्ट्र समिति प्रमुख के चंद्रशेखर राव का अनशन समाप्त होते ही तेलुगु देशम, प्रजा राज्यम जैसे कई दलों ने अपने रुख में बदलाव कर लिया जिसे देखते हुए सरकार को अपने रुख में बदलाव कर यह कहना पड़ा कि इस मसले के हल के लिए व्यापक विचार विमर्श की जरूरत है।