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रुचिका मामला दोबारा खुलता है तो अच्छी बात होगी:महिला आयोग

रूचिका प्रकरण में हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक एसपीएस राठौड़ के खिलाफ मामले को दोबारा खोले जाने के संकेत का राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वागत करते हुए कहा है कि अगर ऐसा होता है तो यह बेहतर कदम...

रुचिका मामला दोबारा खुलता है तो अच्छी बात होगी:महिला आयोग
एजेंसीSun, 27 Dec 2009 11:58 AM
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रूचिका प्रकरण में हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक एसपीएस राठौड़ के खिलाफ मामले को दोबारा खोले जाने के संकेत का राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वागत करते हुए कहा है कि अगर ऐसा होता है तो यह बेहतर कदम होगा।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष गिरजा व्यास ने बातचीत में कहा कि मुझे भी इसकी जानकारी मिली है। अगर यह मामला दोबारा खोला जाता है तो यह एक अच्छा कदम होगा। उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे लोग हैं जो इस मामले को दोबारा खोले जाने का इंतजार कर रहे हैं।

व्यास ने कहा कि रूचिका जैसे कथित रूप से अनेक मामले हैं। इन मामलों में आरोपी अपने पद का दुरूपयोग कर बच निकलते हैं। लोगों को न्याय नहीं मिल पाता। इस मामले में न्याय मिलने में देरी हुई है लेकिन लोगों को इस बात की तसल्ली जरूर है कि न्याय मिला।

उन्होंने कहा कि महिला आयोग लगातार इस मामले पर नजर रख रहा है। मैंने खुद भी आयोग में अधिवक्ताओं की एक समिति गठित की है, जो दो महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

राठौड़ की पेंशन में कटौती और पदक वापस लिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पद का दुरूपयोग करने वालों के खिलाफ ऐसे सभी कदम उठाये जाने चाहिए जिससे उन्हें सबक मिल सके और दूसरे इससे सीख लेकर ऐसा जघन्य अपराध करने की कोशिश नहीं करें।

गिरजा व्यास ने यह भी कहा कि इस मामले में रूचिका के परिजनों के सिविल डैमेज के बारे में भी विचार किया जा रहा है। व्यास ने कहा कि सिविल डैमेज मामले में कई कानूनी पहलू हैं जिस पर विचार करना पड़ेगा। आयोग इस तरह का मुआजवा रूचिका के परिजनों को दिलवाने के बारे में विचार कर रहा है। इसके लिए उसके परिजनों से भी बातचीत करनी होगी।

उल्लेखनीय है कि उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी एचिका गिरहोत्रा के साथ छेड़छाड़ मामले में सीबीआई की अदालत द्वारा छह महीने की सजा पाए हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक के खिलाफ मामले को जनता की मांग पर दोबारा खोले जाने की सम्भावना पैदा हो गई है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्दर सिंह हुडडा ने शनिवार को नई दिल्ली में कहा कि राठौड़ के खिलाफ मामले की फिर से जांच होनी चाहिये। पूर्व पुलिस महानिदेशक को इस गम्भीर मामले में महज छह महीने की सजा से लोगों में नाराजगी व्याप्त है।

उन्होंने कहा मामले का कानूनी तौर पर परीक्षण करने के बाद मैं सोचता हूं कि इसकी दोबारा जांच होनी चाहिए। इस पूरे मामले को फिर से खंगालने की जरूरत है। रुचिका के परिजनों के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है।

इस बीच, केन्द्र सरकार ने राठौड़ को वर्ष 1985 में प्रदान किया गया पुलिस पदक वापस लेने और उसकी पेंशन में कटौती के लिये कदम उठाना शुरू कर दिया है। केन्द्रीय गह सचिव जीके पिल्लई ने कहा यह मामला आगामी चार जनवरी को अवार्ड कमेटी के सामने रखा जाएगा। बाद में उसकी सिफारिशें राष्ट्रपति के पास भेजी जाएंगी।

उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। उधर, रुचिका के परिजन के वकील ने उस पोस्टमार्टम रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें वजन कम करने की दवा के अत्यधिक इस्तेमाल से रुचिका की मौत होने की बात कही गई है।

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