टीआरपी की जंग, हुए सब दंग
इस साल छोटे पर्दे पर काफी चहल-पहल रही। कभी किसी चैनल के रियलिटी शो ने दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा तो कभी किसी सीरियल ने लोगों को टीवी के सामने बैठने के लिए मजबूर किया। लेकिन इन सबमें सबसे ज्यादा...
इस साल छोटे पर्दे पर काफी चहल-पहल रही। कभी किसी चैनल के रियलिटी शो ने दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा तो कभी किसी सीरियल ने लोगों को टीवी के सामने बैठने के लिए मजबूर किया। लेकिन इन सबमें सबसे ज्यादा फायदा उन चैनलों को हुआ, जो टीआरपी की दौड़ में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में लगे थे। इसी दौड़ में कई चैनलों ने बाजी मारते हुए अपने आपको टॉप-5 में ला खड़ा किया।
कलर्स ने दिखाए असली रंग : अपने निराले अंदाज से सबको पीछे छोड़ते हुए इस साल कलर्स नंबर वन की कुर्सी पर काबिज हुआ। सुपर स्टार अक्षय कुमार और अमिताभ बच्चन जैसे एंकर्स के अलावा नई कहानी और सामाजिक विषय पर बने धारावाहिकों के कारण इस चैनल ने सालों से चले आ रहे सास-बहू ड्रामे को बंद करा कर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा।
बढ़ी स्टार की पावर : कलर्स जब पहले पायदान पर आया तो स्टार प्लस ने संभलते हुए कई नए कॉन्सेप्ट पर आधारित शोज लॉन्च किये, जिन्हें दर्शकों ने बेहद पसंद भी किया और यही वजह है कि यह चैनल इस समय कलर्स को कड़ी टक्कर दे रहा है। हाल ही में शुरू हुआ ‘म्यूजिक का महामुकाबला’ स्टार का एक बड़ा प्रोजेक्ट है।
जीटीवी भी आगे आया : जीटीवी का ‘पवित्र रिश्ता’ और ‘अगले जनम मोहे..’ ने उसकी टीआरपी को अच्छा उछाल दिया। देखते ही देखते जीटीवी के कई शोज टॉप 5 में शामिल होते गये।
सेट हुआ सोनी भी : सोनी ने कुछ महीनों में धड़ाधड़ 5-6 नए शोज लॉन्च किये, लेकिन इन्हें लोगों ने ज्यादा पसंद नहीं किया। हालांकि कॉमेडी का तोड़ किसी के पास नहीं दिखा, पर ‘भास्कर भारती’ जैसे शोज के जल्द ही बंद होने की खबरें भी आने लगीं।
सबका प्यारा एनडीटीवी इमेजिन :
मनोरंजन के मामले में इस चैनल ने भी अलग विषय और ट्रीटमेंट पर ध्यान केन्द्रित करते हुए अपनी एक अलग जगह बनाए रखी।‘राखी का स्वयंवर’ साल का सबसे हिट शो रहा। इसके अलावा सब टीवी के हास्य धारावाहिक भी छाए रहे।
चैनल व्यूअरशिप
कलर्स 22 प्रतिशत
स्टार प्लस 21 प्रतिशत
जीटीवी 18 प्रतिशत
सोनी 14 प्रतिशत
एनडीटीवी इमेजिन 7 प्रतिशत
सब टीवी 6 प्रतिशत
स्टार वन 4 प्रतिशत
डीडी वन 4 प्रतिशत
सहारा वन 2 प्रतिशत
नाइन एक्स 1 प्रतिशत
रीयल 0 प्रतिशत