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26 नवंबर से 20 दिन पहले मुझे गिरफ्तार कियाः कसाब

मुंबई आतंकवादी हमले में एकमात्र गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल अमीर कसाब ने शुक्रवार को मामले की सुनवाई कर रही अदालत में अपने पहले के बयान से पलटते हुए कहा कि 26 नवंबर को हुए इस हमले से 20 दिन...

26 नवंबर से 20 दिन पहले मुझे गिरफ्तार कियाः कसाब
एजेंसीFri, 18 Dec 2009 04:08 PM
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मुंबई आतंकवादी हमले में एकमात्र गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल अमीर कसाब ने शुक्रवार को मामले की सुनवाई कर रही अदालत में अपने पहले के बयान से पलटते हुए कहा कि 26 नवंबर को हुए इस हमले से 20 दिन पूर्व ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया था और 26 नवंबर को रिमांड के लिए उसे पेश किया गया।

उसने कहा कि पाकिस्तान के कुछ लोग मुंबई देखने आए थे और मुंबई की बहुत प्रशंसा की थी जिसके कारण मैं भी मुंबई देखने के लिए आया था। कसाब ने कहा कि वह घटना से 20 दिन पहले एक फिल्म देखने के बाद जूहू चौपाटी में घूम रहा था तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और अपराध शाखा के हवाले कर दिया। उसके पास सही पासपोर्ट और विदेशी सिमकार्ड है।

कसाब का बयान न्यायाधीश एम एल तहलियानी के समक्ष रिकार्ड किया गया। तहलियानी ने पूर्व में गवाहों के बयान के आधार पर कसाब से 50 प्रश्न किए जिसका कसाब ने नकारात्मक जवाब दिया। उसने कहा कि हमले कि दिन वह बुधवार पार्क में नहीं उतरा और न ही वह छत्रपति शिवाजी टर्मिनल स्टेशन गया।

न्यायाधीश ने विशेष रूप से उससे 26 नवंबर की रात छत्रपति शिवाजी स्टेशन पर बम विस्फोट और गोलियां चलने के संबंध में पूछा तो उसने कहा कि शायद ऐसा हुआ है लेकिन वह वहां मौजूद नहीं था। तहलियानी ने चश्मदीद गवाहों के हवाले से पूछा तो उसने कहा कि मेरी फोटो तो पूरी दुनिया में छपी है तो चश्मदीद गवाहों ने जो बयान दिया वह शायद मेरी फोटो देख कर दिया।

उसने कहा कि शहर में रहने के दौरान वह किराए पर रहने के लिए घर तलाश रहा था। पाकिस्तानी बंदूकधारी अजमल कसाब शुक्रवार को अपने बयान से फिर पलट गया। मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए इकबालिया बयान के विपरीत उसने कहा कि पिछले साल 26 नवंबर को मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन पर हुए हमले में वह शामिल नहीं था।

अदालत को दिए अपने बयान में कसाब ने टैक्सी में बम रखने की बात से भी इन्कार किया। कसाब ने मामले की सुनवाई कर रहे जज एम एल टहिलयानी को बताया कि उसने मजिस्ट्रेट के सामने यह स्वीकार किया था लेकिन इसे गलत तरीके से दर्ज किया गया।

कसाब ने मामलों की सुनवाई कर रही अदालत के समक्ष यह दावा भी किया कि एफबीआई अधिकारियों ने उससे पूछताछ की थी और डेविड हेडली भी उनमें से एक था। हेडली पर अमेरिका की एक अदालत में मुंबई हमलों के षड्यंत्र का आरोप चल रहा है।

इस बीच न्यायाधीश एम एल टाहिलियानी ने कसाब से कहा कि पहले उसे अदालत में पूछे गए सवालों का जवाब देना चाहिए और फिर जो कहना चाहता है वह कहे।

इस पर एक अन्य अभियुक्त सबाहुदीन अहमद का बचाव कर रहे वकील इजाज नकवी ने न्यायाधीश से कहा कि कसाब ने हेडली का नाम लिया है और इसे रिकॉर्ड किया जाना चाहिए। न्यायाधीश ने वकील से कहा कि पहले वह कसाब के बयानों को पूरा करेंगे और उसके बाद कसाब जो कहना चाहता है, वह कहने के लिए स्वतंत्र है।

कसाब ने आगे कहा कि मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयानों से मैं पूरी तरह इंकार करता हूं, मुक्षे पुलिस ने पीटा और विदेशियों ने मुक्षसे पूछताछ की और उनमें एक हेडली भी था। लश्कर ए तैयबा के संदिग्ध आतंकवादी हेडली को एफबीआई ने भारत और डेनमार्क में आतंकवादी हमले का षडयंत्र रचने के आरोप में अक्टूबर में गिरफ्तार किया था।

कसाब ने इस बात से भी इन्कार किया कि वह सीएसटी व वीटी स्टेशन पर हुए हमले के दौरान अबू इस्माइल के साथ मौजूद था।

उसने मामले के एक गवाह भारत तमोरे के साक्ष्य को भी मानने से इन्कार कर दिया। भारत ने अदालत को बताया था कि उसने बधवार पार्क में छोटी नौका से यहां उतरते समय कसाब को दस आतंकवादियों के साथ पीठ पर बैग लादे केसरिया रंग के जैकेट में देखा था।

भारत ने बताया कि कसाब के हाथ में भी बैग था। कसाब ने कहा कि दो बातें बोलकर खत्म करना चाहता हूं कि आज भी मुक्षे बोलने का मौका नहीं मिला। इस पर अदालत ने उसे बीच में टोकते हुए कहा कि सवाल पूछे जाने पर ही वह बोले। भारत ने अदालत को बताया कि उसने दस आतंकवादी को नजदीक से देखा था जिसमें कसाब भी एक था।

गवाह द्वारा दिए गए साक्ष्यों पर कसाब से कई सवाल पूछे गए। छोटी नौका के बारे में पूछे जाने पर कसाब ने कहा कि वह इसके बारे में कुछ नहीं जानता। उसने कहा कि मैंने छोटी नौका अदालत में ही पहली बार देखी।

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