नागपुर में खराब फील्डिंग से पार पाना चाहेगी टीम इंडिया
राजकोट में रनों की बाढ़ के बीच मैच जीतने के बाद भारत अब अपनी गेंदबाजी और फील्डिंग में सुधार करके श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में भी फतह हासिल करने के इरादे से उतरेगा। टीम के लिए अच्छी खबर ये है...
राजकोट में रनों की बाढ़ के बीच मैच जीतने के बाद भारत अब अपनी गेंदबाजी और फील्डिंग में सुधार करके श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में भी फतह हासिल करने के इरादे से उतरेगा।
टीम के लिए अच्छी खबर ये है कि राजकोट वनडे में घुटने की चोट लगने के बाद सहवाग नागपुर के लिए पूरी तरह से फिट हैं।
श्रीलंकाई टीम को भी स्पिनर मुथैया मुरलीधरन और तेज गेंदबाज दिलहारा फर्नांडो के बिना उतरना पड़ेगा, जो उंगली की चोट के कारण सीरीज से बाहर हैं। श्रीलंका टीम मैनेजमेंट ने दो नए खिलाड़ियों- मध्यम तेज गेंदबाज एम पुष्पकुमारा और युवा ऑफ स्पिनर सूरज रणदीव को बुलाया है।
श्रीलंकाई टीम को पूरा यकीन है कि लसिथ मलिंगा इस मैच में खेल सकेंगे जो फिटनेस समस्या के कारण पहले
मैच से बाहर थे। राजकोट में पहले मैच में दोनों टीमों ने जी-जान लड़ा दी थी और रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचा वह मैच भारत ने बमुश्किल तीन रन से जीता।
नागपुर में पिच बल्लेबाजों की मददगार रहने की उम्मीद है। सुरक्षा कारणों से विशाखापट्टनम की बजाय मैच यहां खेला जा रहा है। ठंडे मौसम और ओस का मैच के परिणाम पर असर पड़ सकता है। ऐसे में बाद में फील्डिंग करने वाली टीम के लिये मुश्किल हो सकती है क्योंकि गेंद पर पकड़ बनाना आसान नहीं होगा।
राजकोट में वीरेंद्र सहवाग (146) अपनी बल्लेबाजी से भारत की जीत के सूत्रधार रहे थे। सचिन तेंदुलकर (69) के साथ पहले विकेट के लिए उन्होंने 153 रन जोड़े। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (72) के साथ दूसरे विकेट के लिए उन्होंने 156 रन जोड़े थे। दिलशान ने 160 रन बनाने के अलावा उपुल थरंगा (67) के साथ 188 रन और कप्तान कुमार संगकारा (90) के साथ 128 रन जोड़कर श्रीलंका को जीत के करीब पहुंचा दिया था।
पहले मैच में दोनों टीमों की बल्लेबाजी अच्छी थी लेकिन फील्डिंग और खास तौर पर कैचिंग बहुत खराब रही। एक बार फिर यह निर्णायक साबित हो सकती है। मेजबान टीम ने श्रीलंका के शीर्षक्रम के तीनों बल्लेबाजों दिलशान, थरंगा और संगकारा के कैच टपकाये हालांकि टीम इंडिया भाग्यशाली रही कि उसे हार का सामना नहीं करना पड़ा।
राजकोट मैच में 5000 वनडे रन और 200 शिकार पूरे करने वाले धोनी ने टीम से बेहतर फील्डिंग की उम्मीद जताई है। श्रीलंकाई टीम को भी फील्डिंग में सुधार की जरूरत है। गेंदबाजी में उसे मुरलीधरन और फर्नांडो की कमी खलेगी।
वहीं भारतीय गेंदबाजों को पहले वनडे में पिच से कोई मदद नहीं मिल सकी। प्रवीण कुमार ने शुरूआती ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की। हरभजन सिंह ने बीच के ओवरों में जिम्मा संभाला जबकि डैथ ओवर जहीर खान और आशीष नेहरा के जिम्मे थे।
श्रीलंका के कोच ट्रेवर बेलिस ने कहा कि विकेट लेकर ही टीम मैच नहीं जीतती है बल्कि विरोधी बल्लेबाजों को चौके-छक्के लगाने से रोकने पर भी मैच जीते जा सकते हैं जैसा नेहरा और जहीर ने कर दिखाया।
बल्लेबाजी पावरप्ले भी दोनों टीमों की दुखती रग बन गई है। मेजबान टीम 414 से अधिक रन बनाती अगर बल्लेबाजी पावरप्ले के दौरान सहवाग, धोनी और गौतम गंभीर के विकेट नहीं गंवाए होते।
जारी भाषा
भारतीय टीम
महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, सुरेश रैना, रविंदर जडेजा, हरभजन सिंह, जहीर खान, प्रवीण कुमार, आशीष नेहरा, प्रज्ञान ओझा, सुदीप त्यागी और विराट कोहली।
श्रीलंकाई टीम
कुमार संगकारा (कप्तान), तिलकरत्ने दिलशान, सनत जयसूर्या, महेला जयवर्धने, तिलिना कंदाम्बी, चामरा कापूगेदारा, नुवान कुलशेखरा, लसिथ मलिंगा, एंजेलो मैथ्यूज, अजंता मेंडिस, तिलन समरवीरा, उपुल थरंगा, चनाका वेलेगेदारा, एम पुष्पकुमारा और सूरज रणदीव।