दक्षिण-पूर्व एशिया में फैल रहा है साइबर आतंक
दक्षिण-पूर्व एशिया में अब आतंकवादी संगठन इंटरनेट का प्रयोग वेबसाइट हैक करने, बम बनाने और गोला-बारूद के इस्तेमाल की जानकारी के लिए करने लगे हैं। इसके अलावा वे इसके माध्यम से जेहादी साहित्य का प्रचार...
दक्षिण-पूर्व एशिया में अब आतंकवादी संगठन इंटरनेट का प्रयोग वेबसाइट हैक करने, बम बनाने और गोला-बारूद के इस्तेमाल की जानकारी के लिए करने लगे हैं। इसके अलावा वे इसके माध्यम से जेहादी साहित्य का प्रचार भी कर रहें हैं। सिंगापुर और ऑस्ट्रेलियाई अनुसंधानकर्ताआें की रिपोर्ट के अनुसार आतंकवादी इंटरनेट जैसे सूचना के माध्यम को अब अपने नापाक इरादों के लिए इस्तेमाल करने लगे हैं। वे इंटरनेट का इस्तेमाल अपने आतंकी हमले की विजय के जश्न के लिए कर रहें हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र के आतंकवादी संगठन अल कायदा और जमात इस्लामिया के जेहादी साहित्य के प्रचार के लिए भी वे इंटरनेट का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये आतंकी संगठन लोगों की सहानुभूति जीतने के लिए एक्सक्लूसिव न्यूज रिपोर्ट और वीडियों सोशल नेटव*++++++++++++++++++++++++++++र्*ंग साइट पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। दक्षिण-पूर्व एशिया में इंटरनेट के जरिए कट्टरपंथ को बढ़ावे पर रोक लगाने पर केंद्रित इस रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि इस क्षेत्र की सरकारें आतंकवादियों के इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए कुछ खास प्रयास नहीं कर रही है। समाचार पत्र ‘स्ट्रेट्स टाइम्स’ ने इस रिपोर्ट के हवाले से लिखा है कि कुछ सरकारें इन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर खुद को गैर इस्लामी नहीं दिखाना चाहती हैं और कुछ सरकारें इसलिए कार्रवाई नहीं कर रही हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे अभिव्यक्ित की स्वतंत्रता का उल्लंघन होगा। चौबीस पृष्ठों की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि माली और इंडोनेशिया की भाषाई वेबसाइट पर इस तरह की सामग्री की बहुतायत है। रिपोर्ट के अनुसार ऐसे अनके वेबसाइट कट्टरपंथियों, आतंकवादियों और उनसे साहनुभूति रखने वाले लोगों द्वारा चलाए जा रहें हैं और 2007 के 13 की तुलना में इस समय इन वेबसाइटों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है।