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स्वास्थ्य मंत्री के समधी व भाई घायल

अंधाधुंध फायरिंग और बमों के धमाके से हनुमान चक गांव थर्रा गया। बगीचा (जमीन) को लेकर हुए विवाद में रविवार को दिन में करीब 12 बजे दोनों गुट आमने-सामने आ गए। इसके बाद लाठी-डंडे और तलवार के साथ ही...

स्वास्थ्य मंत्री के समधी व भाई घायल
एजेंसीTue, 08 Dec 2009 10:58 PM
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अंधाधुंध फायरिंग और बमों के धमाके से हनुमान चक गांव थर्रा गया। बगीचा (जमीन) को लेकर हुए विवाद में रविवार को दिन में करीब 12 बजे दोनों गुट आमने-सामने आ गए। इसके बाद लाठी-डंडे और तलवार के साथ ही ताबड़तोड़ गोली और बम चले। चारो तरफ बारूदी धुआं छा गया।

इस दौरान तलवार व चाकू के प्रहार और बम के छींटे लगने से स्वास्थ्य मंत्री नंदकिशोर यादव के समधी अशोक कुमार उर्फ लखन कुमार (54) तथा उनके भाई नंद कुमार (50) घायल हो गए। परिजनों के मुताबिक हमलावरों ने नंद कुमार की लाइसेंसी रिवाल्वर भी लूट ली। दोनों घायलों को गंभीर स्थिति में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने के बाद जब तक पुलिस घटनास्थल पर पहुंचती तब तक हथियारबंद उपद्रवी वहां से फरार हो चुके थे।
         
पुलिस के सामने कुछ ग्रामीणों ने मंत्री के समधी वाले गुट द्वारा फायरिंग की बात कही। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने अशोक गुट की ओर से गोली चलाए जाने की पुष्टि नहीं की है। घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर मंत्री के समधी का आलमपुर (कच्ची दरगाह) गांव में घर है। दरअसल सबलपुर मौजा इलाके के हनुमानचक गांव में बद्दूबाग बगीचा है। घायल अशोक के घरवालों के मुताबिक बगीचे की करीब तीन बीघा जमीन को लेकर रामशीष सिंह से विवाद चल रहा था।

इसी सिलसिले में सुबह दोनों भाई अशोक व नंद कुमार अपने अमीन व कुछ अन्य लोगों के साथ जमीन की नापी कराने गए थे। घायलों की मां लालपरी देवी ने बताया कि उनके बेटों व अन्य को बगीचा की ओर आते देखते ही विरोधी गुट ने फायरिंग और बम विस्फोट करना शुरू कर दिया। पहले से ही रामाशीष (विपक्षी) अपने परिजनों समेत करीब 50 लोगों के साथ वहां हथियार और गोला-बारूद से लैस होकर आया था। दीदारगंज
थानाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह के मुताबिक, नापी के दौरान ही दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। इसी दौरान अशोक की ओर से किसी ने विरोधी पक्ष के एक बुजूर्ग के साथ लप्पड़-थप्पड़ कर दी। फिर देखते ही देखते दोनों गुट एक-दूसरे को मरने-मारने पर उतारू हो गए।

फिलहाल इस मामले में किसी पक्ष द्वारा एफआईआर दर्ज कराए जाने से इनकार करते हुए थानाध्यक्ष ने कहा कि घायल बंधुओं का बयान लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने फायरिंग की पुष्टि तो की पर किसी को गोली लगने से इनकार किया।

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