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बिकवाली से थका बाजार, सेंसेक्स 118 अंक गिरा

बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 118 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 17,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। दुबई बाजार में आई भारी गिरावट से ऋण संकट को लेकर चिंता और बढ़ गई है, जिसका असर बाजार पर...

बिकवाली से थका बाजार, सेंसेक्स 118 अंक गिरा
एजेंसीMon, 07 Dec 2009 06:41 PM
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बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 118 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 17,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। दुबई बाजार में आई भारी गिरावट से ऋण संकट को लेकर चिंता और बढ़ गई है, जिसका असर बाजार पर पड़ा। लंदन मेटल एक्सचेंज में आई गिरावट से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई।
    
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 118. 40 अंक की गिरावट के साथ 16,983.14 अंक पर आ गया। शुक्रवार को भी बाजार में 84 अंक की गिरावट आई थी। धातु और रीयल्टी कंपनियों के शेयरों पर बिकवाली का दबाव देखा गया। इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 42. 20 अंक की गिरावट के साथ 5,066. 70 अंक पर आ गया।
     
ब्रोकरों का कहना है कि डालर की तुलना में रुपये में गिरावट से शेयर बाजार से पूंजी निकलने की आशंका है, जो निवेशकों की धारणा के प्रतिकूल है। इसके अलावा खाड़ी के शेयर बाजारों में आ रही गिरावट से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई है।
     
दुबई के डीएफएम इंडेक्स में 5.84 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि अबू धाबी को जनरल इंडेक्स 1.73 प्रतिशत नीचे आया। लंदन मेटल एक्सचेंज में धातुओं की कीमतों में गिरावट से धातु वर्ग के शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई। बोनान्जा पोर्टफोलियो के सहायक उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने कहा कि यूरोपीय बाजारों के कमजोर संकेतों तथा एशियाई बाजारों के मिलेजुले रुख से सोमवार को बाजार थका नजर आया।
    
देश की आर्थिक वृद्धि दर के दूसरी तिमाही में 7.9 प्रतिशत के आंकड़े पर पहुंचने के बाद पिछले सप्ताह की शुएआत में सेंसेक्स 17,000 अंक के स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन पिछले सप्ताह कोई अन्य घरेलू या विदेशी कारण न होने की वजह से यह लगभग इसी दायरे में बना रहा। एसएमसी ग्लोबल के उपाध्यक्ष राजेश जैन ने कहा कि डालर की मजबूती से आगामी दिनों में बाजार पर दबाव बना रहेगा।

दुबई की सरकारी कंपनी दुबई वर्ल्ड द्वारा गत 27 नवंबर को मई तक अपना ऋण का भुगतान नहीं करने की रियायत मांगने के बाद दुनिया भर में निवेशकों का भरोसा डोल गया था। इस ऋण संकट के सामने आने के बाद भारत सहित दुनिया भर के शेयर बाजार नीचे आ गए थे।
     
ब्रोकरों ने कहा कि दुबई बाजार के फिर नीचे आने की खबरों का बाजार की धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा। यूरोपीय बाजारों की कमजोर शुरुआत से बाजार पर दबाव और बढ़ गया। धातु, रीयल्टी के अलावा तेल एवं गैस तथा वाहन कंपनियों का सूचकांक नीचे आए। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा भारांक रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में तीन प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई। सबसे ज्यादा गिरावट स्टरलाइट इंडस्ट्रीज में देखने को मिली। स्टरलाइट इंडस्ट्रीज के शेयर में 4.21 फीसदी की गिरावट आई।

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