पचौरी को उम्मीद, अमेरिका उठाएगा और कदम
संयुक्त राष्ट्र के जलवायु विज्ञान तंत्र के प्रमुख राजेंद्र के पचौरी ने कहा है कि कार्यकारी कदमों के जरिए ओबामा प्रशासन देश के एक विधेयक में निर्दिष्ट स्तर से परे जाकर भी ग्रीन हाउस गैसों के उत्सजर्न...
संयुक्त राष्ट्र के जलवायु विज्ञान तंत्र के प्रमुख राजेंद्र के पचौरी ने कहा है कि कार्यकारी कदमों के जरिए ओबामा प्रशासन देश के एक विधेयक में निर्दिष्ट स्तर से परे जाकर भी ग्रीन हाउस गैसों के उत्सजर्न में कटौती करने का लक्ष्य निर्धारित कर सकता है।
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की अंतरसरकारी समिति के अध्यक्ष राजेंद्र पचौरी ने कोपेनहेगन में विश्व निकाय के सम्मेलन से पहले कहा कि जो विधेयक में उल्लेखित है, उससे आगे जाने की भी गुंजाइश है। सीनेट और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में लाए गए विधेयक में कहा गया है कि देश 2020 तक कार्बन उत्सजर्न में 2005 के स्तर की तुलना में 17 से 20 फीसदी की कटौती करेगा लेकिन अगर 1990 के स्तर से इसकी तुलना करें तो यह कटौती महज तीन से चार फीसदी की होगी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के खतरनाक असर को रोकने के लिए औद्योगिक देशों की ओर से और प्रयास करने की जरूरत है। पर्यावरणविद लंबे समय से अमेरिका की पर्यावरण संरक्षण एजेंसी से अनुरोध कर रहे हैं कि वह कांग्रेस से अपेक्षा किए बिना कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सजर्न में कटौती के कदम उठाए।