तीन कारसेवकों का नागरिक अभिनंदन
छह दिसंबर 1992 की 17 वीं बरसी को विश्व हिन्दु परिषद और अन्य हिन्दुवादी संगठनों ने शौर्य दिवस के रूप में मनाया। इस मौके पर छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में कारसेवक के रूप में मौजूद तीन लोगों का...
छह दिसंबर 1992 की 17 वीं बरसी को विश्व हिन्दु परिषद और अन्य हिन्दुवादी संगठनों ने शौर्य दिवस के रूप में मनाया। इस मौके पर छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में कारसेवक के रूप में मौजूद तीन लोगों का नागरिक अभिनंदन किया गया।
रविवार को विश्व हिन्दु परिषद ने छह दिसंबर 1992 की 17 वीं बरसी को शौर्य दिवस के रूप में मनाया। घट्टूगाड़ में आयोजित कार्यक्रम मेंं सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। इस मौके पर उक्त तिथि को अयोध्या में कारसेवक के रूप में शिरकत करने वाले नरेंद्र जैन, गणेश अग्रवाल और विशन सिंह पयाल का नागरिक अभिनंदन किया गया।
इस मौके पर विश्व हिन्दु परिषद के प्रांत सहमंत्री भारत गगन गुप्ता ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो चुका है। बस अब इसे भव्य रूप दिया जाना शेष है। इसी का संकल्प लिया जाना चाहिए। इसके लिए मौके पर पत्थरों को तरासा जा चुका है। बस इन्हें चिनवाना शेष है।
उन्होंने कहा कि हिन्दु संस्कृति के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा। ताकि कोई राम को काल्पनिक कहने की हिम्मत न कर सकें। उन्होंने कहा कि सोए लोगों को जगाना पड़ेगा। ताकि संस्कृतिक संरक्षण और संवर्धन के लिए माहौल बन सकें। इस मौके पर शाखा कार्यवाह सुरेंद्र बिष्ट, रेवानंद धस्माना, सुखपाल सिंह नेगी, अजीत जैन, गुरूपाल बत्र, रणवीर नेगी, श्रीपाल भंडारी, रेणु अग्रवाल, दिलीप मिश्र, बृजेश चतुर्वेदी आदि मौजूद थे।