हापुड़ व धौलाना के किसान करेंगे पंचायत
रिलायंस पावर प्रोजेक्ट के लिए जमीन का अधिग्रहण रद्द किए जाने से जिले के हजारों किसानों के घर में दीवाली जैसा माहौल पैदा हो गया है। मीडिया के जरिए हाईकोर्ट के फैसले का पता होते ही किसानों ने जश्न...
रिलायंस पावर प्रोजेक्ट के लिए जमीन का अधिग्रहण रद्द किए जाने से जिले के हजारों किसानों के घर में दीवाली जैसा माहौल पैदा हो गया है। मीडिया के जरिए हाईकोर्ट के फैसले का पता होते ही किसानों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। शुक्रवार को किसानों ने जश्न मनाने के दौरान पटाखे छोड़े। मिठाइयां बांटीं। अब छह गांव के किसान बङोड़ा खुर्द में महापंचायत करने जा रहे हैं, जिसमें आंदोलन से जुड़े नेता भी शामिल होंगे।
किसान नेताओं के मुताबिक, हाईकोर्ट के इस फैसले का लाभ बङोड़ा खुर्द के साथ धौलाना, दहरा, ककराला, जादोंपुर, बरमदपुर और नंदलालपुर के करीब 27 लोगों को मिलेगा। रिलायंस प्रोजेक्ट के लिए इन किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था।
किसान आंदोलन की अगुआई करती रही महाराजा संग्राम सिंह किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष मनोज भारद्वाज, सचिव युधिष्ठिर शिशोदिया, प्रवक्ता राकेश शिशोदिया, किसान नेता सतपाल चौधरी ने कहा कि तत्कालीन मुलायम सिंह यादव की सरकार में पुलिस और प्रशासन ने मिलकर किसानों की हजारों एकड़ जमीन का जबरन अधिग्रहण करा दिया था।
किसानों की आवाज दबा दी गई और जबरदस्ती धारा-4 की कार्रवाई करते हुए कौड़ियों के मोल जमीन का मुआवजा दे दिया गया। जबकि किसान 150 रुपये प्रति वर्ग गज के रेट पर किसी सूरत में अपनी जमीन देने को तैयार नहीं थे।
शिशोदिया ने कहा कि मुलायम सरकार में हम सब किसानों के साथ जो नाइंसाफी की थी। मगर कोर्ट ने हमें न्याय दे दिया है। हक की लड़ाई में हमारी जीत हुई।