लोन लें तो
कई लोग अपनी जिंदगी में अपनी फौरी जरूरतों और विभिन्न उद्देश्यों मसलन शादी, घर की सजावट, मेडिकल के लिए पर्सनल लोन लेते हैं। इनके लिए पेपरवर्क भी ज्यादा नहीं करना पड़ता जिससे ये लोन जल्दी मिल जाते हैं।...
कई लोग अपनी जिंदगी में अपनी फौरी जरूरतों और विभिन्न उद्देश्यों मसलन शादी, घर की सजावट, मेडिकल के लिए पर्सनल लोन लेते हैं। इनके लिए पेपरवर्क भी ज्यादा नहीं करना पड़ता जिससे ये लोन जल्दी मिल जाते हैं। पर्सनल लोन को आप किसी भी कारण से ले सकते हैं। एक बार आपने लोन लेने के लिहाज से सारी योग्यताओं और शर्तो को पूरा कर लिया, तो फिर लोन मिलने में काफी मुश्किल नहीं आती है।
पर्सनल लोन आपकी शैक्षिक योग्यता, आयु, प्रोफेशन, आय और लोन अदा करने की हिस्ट्री पर निर्भर करता है। अगर आपकी आय इतनी नहीं हो पाती कि आपको लोन मिल सके तो आप अपनी पत्नी, रिश्तेदारों की आय को जोड़ सकते हैं। जहां तक ब्याज दर की बात है तो सामान्यत: स्वरोजगार करने वाले लोगों को पर्सनल लोन पर ज्यादा ब्याज देना पड़ता है, वहीं सेलेरी कर्मचारी की ब्याज दर कम होती है। लोन लेते वक्त पेपरवर्क कम होता है, इसलिए ब्याज दर सामान्यत: ज्यादा होती है।
गौर करें
- जांचें कि आपसे कितना अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है। इसे कम से कम कराने की कोशिश करें।
- आप इसको चुकाने के लिए पोस्ट डेटेड चेक जमा कर सकते हैं साथ ही इसे डेबिट कार्ड के माध्यम से भी अदा किया जा सकता है।
- बैंकों के इन अतिरिक्त चार्ज की तुलना कर लें क्योंकि बैंकों के अनुरूप इनके अतिरिक्त चार्ज फर्क हो सकते हैं।
- अगर आपको क्रेडिट कार्ड की बड़ी रकम अदा करनी है, तो इस लिहाज से पर्सनल लोन बेहतर साबित हो सकता है।
- लोन तब बेहतर है, जब अमाउंट छोटा हो।