गिरिडीह में लैंड माइंस विस्फोट में सीआइएसएफ का जवान शहीद
दूसरे चरण में गिरिडीह, डुमरी और गांडेय विस के लिए हुए चुनाव में हिंसा, तोड़फोड़ और आपसी नोंकझोंक खूब हुई। पीरटांड़ थाना क्षेत्र के भारती चलकरी और तिलाबोन के बीच बुधवार की सुबह 6.50 बजे हुए लैंड माइंस...
दूसरे चरण में गिरिडीह, डुमरी और गांडेय विस के लिए हुए चुनाव में हिंसा, तोड़फोड़ और आपसी नोंकझोंक खूब हुई। पीरटांड़ थाना क्षेत्र के भारती चलकरी और तिलाबोन के बीच बुधवार की सुबह 6.50 बजे हुए लैंड माइंस विस्फोट में सीआइएसएफ का एक जवान हरिपाल सिंह शहीद हो गया। वह पंजाब के होशियारपुर का रहनेवाला और 153 सीआइएसएफ बटालियन का कांस्टेबल था। यह घटना तब हुई जब पोलिंग पार्टी और जवान पैदल तेलियाबहियार स्थित बूथ नंबर 266 जा रहे थे। नाला पार करने के बाद हुए विस्फोट में उसके परखच्चे उड़ गए। शहीद जवान का शव लाने में पुलिसकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। करीब साढ़े 11 बजे उसके शव को पीरटांड़ थाना लाया जा सका।
उधर विष्णुगढ़ में पोलिंग पार्टी को उड़ाने की नक्सली साजिश को पुलिस ने विफल कर दिया। विष्णुगढ़-गोमिया मार्ग पर अरजरी जंगल के निकट पुलिया से एक क्विंटल वजन का आइडी बम सीआरपीएफ एफ-22 बटालियन के इंस्पेक्टर शफी और अवर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में चल रहे सर्च अभियान में दो दिसंबर को चुनाव के ठीक अंतिम पल अपराह्न तीन बजे बरामद किया गया। पुलिस ने घटनास्थल से लगभग 50 मीटर तार, एक जोड़ा चप्पल और एक गमछा भी बरामद किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बूथ संख्या-400 गझंडी और बूथ संख्या-399 नरकी के पोलिंग पार्टी को उड़ाने की रणनीति नक्सलियों ने बनायी थी।
दूसरी ओर डुमरी विस के निमियांघाट थाना क्षेत्र के मटियो और लक्ष्मणटुंडा के बीच नाथडीह के पास नक्सलियों ने विस्फोटक लगाकर एक कलवर्ट को उड़ा दिया। हालांकि इससे वहां मतदान प्रभावित नहीं हो सका। इसी विस में अकबकीटांड़ नामक स्थान से पुलिस ने तीन लैंड माइंस बरामद कर बड़े हादसे को टाल दिया।