एचआईवी के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों में सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर देते हुए संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को कहा कि इस वायरस पर नियंत्रण लगाना सरकार की उच्च प्राथमिकता पर है।
विश्व एडस दिवस पर इस जानलेवा वायरस के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए देशभर की यात्रा पर निकली राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) की परियोजना की रेड रिबन एक्सप्रेस को रवाना करने के मौके पर सोनिया ने कहा कि इस बीमारी से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है और हमारे तमाम लोगों को इसके प्रसार पर अंकुश लगाने के जरूरत का एहसास होना चाहिए। एचआईवी-एडस पर अंकुश लगाना सरकार की उच्च प्राथमिकता पर है।
उधर, अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने मंगलवार को घोषणा की कि अंतरराष्ट्रीय एडस सोसायटी 2012 में अपने अधिवेशन का आयोजन वाशिंगटन में करेगी। दरअसल ओबामा प्रशासन ने एचआईवी ग्रस्त पर्यटकों के अमेरिका आने पर एक दशक पुराने प्रतिबंध को हटा दिया है। इस साल का अधिवेशन जुलाई में दक्षिण अफ्रीकी शहर केपटाउन में आयोजित किया गया था। इसके अलावा 2010 का अधिवेशन वियना में और 2011 का रोम में होगा।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र ने माता से बच्चों में एचआईवी संक्रमण को पांच प्रतिशत तक कम करने के लिये स्तनपान कराने वाली महिलाओं को एन्टीरेट्रोवायरल ड्रग्स (एआरवी) लेने की सलाह दी है। नवीतम वैज्ञानिक आंकडों पर आधारित सिफारिश में गर्भवती महिलाओं को सलाह दी गयी है कि वह 14 हफ्तों के भीतर दवा ले लें और तब तक जारी रखें जब तक वह दूध बच्चों को पिलाती हैं।