दो दवा कंपनियों के लाइसेंस निरस्त
ड्रग विभाग ने अवैध रूप से दवा बनाने वाली दो कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। ये कंपनियां कविनगर में स्थित हैं और जीवनरक्षक दवाओं का उत्पादन करती थीं। दवा कंपनियों का निरीक्षण लखनऊ ड्रग विभाग से...
ड्रग विभाग ने अवैध रूप से दवा बनाने वाली दो कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। ये कंपनियां कविनगर में स्थित हैं और जीवनरक्षक दवाओं का उत्पादन करती थीं। दवा कंपनियों का निरीक्षण लखनऊ ड्रग विभाग से आई टीम ने किया था।
ड्रग विभाग की लखनऊ की टीम ने जनपद के विभिन्न दवा कंपनियों और मेडीकल स्टोर का निरीक्षण किया। इसमें से कविनगर की साधना कंपनी और एसजीएस कंपनी में बिना मानक पूरा किए दवा का उत्पादन करते पाया गया। कंपनी में विभिन्न तरह के कैप्सूल,टेबलेट और सीरफ बनाए जा रहे थे, जिसका उपयोग जीवन रक्षक दवाओं के रूप में किया जाता है। कंपनी को दवा उत्पादन का अधिकार था लेकिन, उसमें कई खामियां पाई गई थीं। दोनों कंपनियों के लाइसेंस ड्रग कंट्रोलर विभाग की ओर से निरस्त कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि गाजियाबाद सहित प्रदेश के सात जिलों में दो सप्ताह के लिए अलग जिलों के ड्रग इंस्पेक्टर की तैनाती की गई थी। उसका उद्देश्य था कि स्थानीय अधिकारी अगर किसी दवा कंपनी या मेडीकल स्टोर को किसी तरह का हेल्प करते हों, तो बाहर की टीम को इसका पता चल सके।
इसी क्रम में लखनऊ ड्रग विभाग की चार लोगों की टीम ने गत 30 नवंबर तक जनपद के विभिन्न दवा दुकानों का निरीक्षण किया था। इसमें इस बात का खुलासा हुआ कि दो कंपनियां मानक पूरा नहीं कर रहे थे। इसमें से एसजीएस कंपनी के लाइसेंस को सस्पेंड किया गया है और अपनी बात रखने के लिए कुछ दिन का समय दिया गया है। सीएमओ डॉ.ए.के. धवन ने बताया कि ड्रग विभाग ने रिपोर्ट लखनऊ भेज दी है।