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Hindi News..ताकि दिल को न लगे चोट

..ताकि दिल को न लगे चोट

भले ही हम दिल का नाम रोमांस के साथ जोड़ दें, पर सच तो यही है कि दिल का संबंध सीधे आपके जीवन से है। दिल दुरुस्त है तो जिंदगी तंदुरुस्त है। पर कई ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से आप अपने दिल का नुकसान कर...

..ताकि दिल को न लगे चोट
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 01 Dec 2009 11:19 AM
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भले ही हम दिल का नाम रोमांस के साथ जोड़ दें, पर सच तो यही है कि दिल का संबंध सीधे आपके जीवन से है। दिल दुरुस्त है तो जिंदगी तंदुरुस्त है। पर कई ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से आप अपने दिल का नुकसान कर बैठते हैं और ऐसे में आपकी जिंदगी ही खतरे में पड़ जाती है। पिछले दिनों आई एक रिपोर्ट से स्पष्ट है कि विश्व में सबसे ज्यादा दिल  के रोगी भारत में हैं, कुल रोगियों का 60 प्रतिशत। इस संबंध में खास बात यह है कि पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी इसका शिकार हो रही हैं।

कई ऐसे कारण हैं, जो दिल के रोग के लिए जिम्मेदार हैं, जैसे कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा हुआ स्तर, शारीरिक गतिविधियों में कमी, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, फैमिली हिस्ट्री आदि। हृदय रोग होने पर सीने में अक्सर दर्द होता है और सांस लेने में तकलीफ होती है। थकावट अधिक होती है और दिल की धड़कनें अनियमित बनी रहती हैं। ऐसे में जरूरी है कि दिल को दुरुस्त रखने के उपाय किए जाएं।

रोजाना सैर करें। यदि यह संभव न हो तो कम-से-कम हफ्ते में चार दिन 40 मिनट के लिए सैर जरूर करें। जॉगिंग, साइकिलिंग और स्विमिंग भी फायदेमंद है। इसके अलावा योगासन से भी लाभ होता है।

जंक फूड से बचें। किशोरावस्था से ही इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। फल-सलाद और हरी सब्जियों के सेवन पर बल दें।

धूम्रपान को दूर से ही नमस्कार करें। यह दिल का सबसे बड़ा दुश्मन है।

मोटापा किसी भी कीमत पर नहीं बढ़ने दें। कोलेस्ट्रॉल की मात्र बढ़ने न दें। इसके अलावा ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण भी जरूरी है और डाइबिटीज की भी जांच कराते रहें।

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