पाक में फिर तख्तापलट का खतरा
कियानी ने जरदारी को चेताया, 16 तक सब ठीक करं पाकिस्तान में तालिबान के बढ़ते प्रभाव के बीच एक बार फिर सैन्य तख्ता पलट के बादल घने होने लगे हैं। पाक सेना प्रमुख अशफाक परवेज कियानी ने राष्ट्रपति आसिफ...
कियानी ने जरदारी को चेताया, 16 तक सब ठीक करं पाकिस्तान में तालिबान के बढ़ते प्रभाव के बीच एक बार फिर सैन्य तख्ता पलट के बादल घने होने लगे हैं। पाक सेना प्रमुख अशफाक परवेज कियानी ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को चेतावनी दी है कि देश में कानून व्यवस्था को जल्द से जल्द पटरी पर ले आया जाए। सैन्य तख्ता पलट का पाकिस्तान में लंबा इतिहास रहा है। पिछली बार 12 अक्तूबर 1ो तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपदस्थ कर सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने सत्ता पर कब्जा कर लिया था।ड्ढr पाकिस्तानी मीडिया में सोमवार को प्रकाशित खबरों के मुताबिक सेना प्रमुख कियानी ने राष्ट्रपति जरदारी को 16 मार्च तक का समय दिया है। कियानी ने कहा है कि 16 मार्च तक देश में कानून व्यवस्था को वापस पटरी पर ले आया जाए। कियानी ने विशेष तौर पर उत्तर पश्चिम प्रांतों का मुद्दा उठाया है। कियानी की इस चेतावनी से इन अटकलों को बल मिलता है कि सेना अब चुपचाप तमाशा नहीं देखेगी बल्कि कुछ कार्रवाई करने वाली है। माना जा रहा है कि सेना जरदारी पर यह भी दबाव बनाया है कि वह विपक्ष के साथ अपने रिश्तों में सुधार लाएँ जिससे देश में राजनीतिक स्थिरता कायम हो सके। ध्यान रहे कि तालिबान ने स्वात घाटी समेत इस इलाके में शरीयत लागू कर दी है। कुछ दिन पहले ही पाक सरकार ने तालिबान के साथ इस मुद्दे पर शांति समझौता भी किया था। सेना के सूत्रों के मुताबिक, जनरल कियानी का यह बयान अमेरिकी दबाव का नतीजा है। हाल ही में कियानी वाशिंगटन की यात्रा पर गए थे। वहाँ से लौटने के बाद कियानी ने छह मार्च को सेना के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें पाकिस्तान में अस्थिरता के मसले पर अमेरिका की चिंता से अवगत करवाया था।ड्ढr सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ व उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने के बाद से पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है। इसी मुद्दे पर विपक्ष व वकील सरकार के खिलाफ 16 मार्च को इस्लामाबाद में प्रदर्शन करंगे।ड्ढr इसी रैली को ध्यान में रखकर जनरल कियानी ने 16 मार्च की डेडलाइन रखी है। समझा जाता है कि जरदारी द्वारा शरीफ के साथ पुराने झगड़े निपटाने के प्रयासों को अमेरिका ने बहुत गंभीरता से लिया है।ड्ढr