रसड़ा कोतवाली के समीप स्थित मुंसफी मोड़ पर गुरुवार की रात संदेहास्पद परिस्थितियों में लगी भीषण आग से ऊन, जनरल स्टोर, सीडी कैसेट और मोबाइल रिपेयरिंग की चार दुकानें जलकर खाक हो गयीं। अगलगी में लगभग तीन लाख रुपये के सामान नष्ट होने का अनुमान है। इसके अलावा खेल के सामान की भी एक दुकान चपेट में आ गयी। घटनास्थल पर पेट्रोल भरी बोतल मिली है जिसमें आधा बोतल तेल था। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है, लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था।
इस कस्बे के पुरानी संघत मुहल्ला निवासी स्व. हरिहर प्रसाद के तीन बेटों पूरन चंद, ऋषि गुप्त उर्फ गुड्डू और शिवचरण उर्फ बबलू की मुंसफी मोड़ पर ऊन व जनरल स्टोर की अलग-अलग दुकान हैं। दो भाइयों पूरन व गुड्डू से बबलू की रंजिश रहती है। गुरुवार की रात सभी अपनी-अपनी दुकान बंद कर घर चले गये।
देर रात करीब दो बजे पूरन व गुड्डू सहित अगल-बगल के दुकानदारों लल्लन व राजेन्द्र को दुकान में आग लगने की जकनकारी मिली। जब तक वे पहुंचे आग भयंकर रूप धारण कर चुकी थी और देखते ही देखते पूरन, गुड्डू व उसके भाई बबलू की दुकान से सटी सीडी व मोबाइल रिपेयरिंग की लल्लन की दुकान में भी आग लग गयी। पुलिस व फायर ब्रिगेड के जवानों के साथ दुकानदारों की कोशिशों के बावजूद दुकानों को खाक होने से बचाया नहीं जा सका।
अगलगी में पूरन, गुड्डू व लल्लन का एक-एक लाख रुपये का सामान जलकर नष्ट होने का अनुमान है जबकि बबलू का मामूली नुकसान हुआ है। इसके साथ ही राजेन्द्र प्रसाद की खेल सामग्री की दुकान में भी आग की लपट से हजारों रुपये का सामान नष्ट हो गया। पूरन, ऋषि व लल्लन ने अपनी तहरीर में लिखा है कि 13 नवम्बर की रात में भी दुकानों में आग लगाने का प्रयास किया गया था और उसके भी तहरीर पुलिस को दी गयी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने इस मामले में बबलू व उसके साथी श्यामदेव वर्मा व महेन्द्र वर्मा के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की है।