जंतर मंतर पर रैली में शामिल कुछ शरारती तत्वों ने जनपथ पर उत्पात मचाया। मौके की नजाकत को देखते हुए दुकानदारों ने अपने शटर गिरा दिए तो वहीं पटरी पर सामान बेचने वाले ने किसी तरह अपने जान बचाई। गुस्साए किसानों ने कुछ वाहनों पर पथराव कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया और बेरीकेट उखाड़ दिए।
इतना ही नहीं किसानों ने फेरीवालों से चाय पी और सामान खाया। जब उन्होंने पैसे मांगे तो बदले में थप्पड़ मिले। जंतर मंतर लालबत्ती चौक पर चाय की केतली लेकर खड़े दुकानदार रामअवध का कहना था कि किसानों ने उससे करीब 40 चाय ली और पैसे के बदले पिटाई मिली। दोपहर बाद किसान और आक्रोशित हो गए। किसान अलग-अलग समूह में संसद मार्ग,जयसिंह रोड, जनपथ तथा पालिका बाजार तथा हनुमान मंदिर के आस-पास तक पहुंच गए, तो सैकड़ों किसान जंतर-मंतर में घुस गए।
पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। लेकिन उनकी संख्या को देखते हुए पुलिस कर्मी बौने नजर आए। जनपथ पर किसानों ने जमकर कर हंगामा किया और वहां से जा रहे वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पटरी पर बैठे दुकानदारों का सामान उठा लिया। अनहोनी की आशंका को देखते हुए जनपथ के दुकानदारों ने दुकानें के शटर गिरा दिए।
उसके बाद वे पालिका बाजार की तरफ कूच कर रहे थे कि वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात पहल से तैनात था। पुलिस कर्मियों ने किसानों को तितर-बितर किया तब जाकर हालात सामान्य हो सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रैली में शामिल जिन लोगों ने हंगामा किया, उनमें से कुछ नशे की हालत में थे। स्थिति सामान्य होने के बाद शाम करीब छह बजे जनपथ बाजार फिर से खुल सका।