केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को कहा कि धान के उत्पादन में 140-150 लाख टन की कमी और इसकी सरकारी खरीद कम होने के कारण इस साल चावल का आयात करना पड़ सकता है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुखर्जी ने कहा, ऐसा अनुमान है कि खरीफ फसलों के उत्पादन में कमी आएगी। ऐसे में हमें कुछ आयात करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, आज की तारीख में सरकार के पास 60 लाख टन चावल और 70 लाख टन गेहूं का अतिरिक्त भंडार है।
पिछले दिनों मुखर्जी ने कहा कि मानसून की बेरुखी और देश के कुछ हिस्सों में बाढ़ के कारण खाद्यान्न उत्पादन में 140 से 150 लाख टन की कमी आ सकती है। वर्ष 2008-09 के खरीफ मौसम में 8.45 करोड़ टन चावल का उत्पादन हुआ था जबकि इस वर्ष इसके 6.945 करोड़ टन रहने का अनुमान है।