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ज़रा बच के

तरह-तरह के तनाव से भरे आधुनिक ऑफिस में आपका स्वयं को ठीक से संचालित और सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही ये भी जरूरी है कि आपके सहकर्मी आपके साथ सम्मान से पेश आएं और असहयोग की हद तक न जाएं।...

ज़रा बच के
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 16 Nov 2009 12:19 AM
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तरह-तरह के तनाव से भरे आधुनिक ऑफिस में आपका स्वयं को ठीक से संचालित और सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही ये भी जरूरी है कि आपके सहकर्मी आपके साथ सम्मान से पेश आएं और असहयोग की हद तक न जाएं। अगर इस मामले में आपको किसी शख्स की ओर से कोई कठिनाई आ रही है, तो इसे दूर करने के लिए अविलंब कदम उठाने के लिए तैयार हो जाएं क्योंकि दफ्तर में आपको बचाने के लिए कोई और नहीं आएगा।
बचाव किससे?
दफ्तर का तनाव, जिसका परिणाम आपका सुख-चैन छीन कर आपको मायूस कर सकता है, आपके सम्मान को भी ठेस पहुंचा सकता है। ऑफिस में हर कोई काम के बोझ, डैडलाइन पूरा करने के दबाव में रहता है, वह अपने पर काबू खो सकता है। वह आपसे अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर सकता है। ज़ाहिर है, इन सबसे बचकर ही आपको अपना काम करना होता है, और दूसरों से काम भी लेना होता है। अपनी गरिमा और सम्मान की रक्षा का प्रश्न हरेक के लिए अहम होता है। 
कुछ उपाय
ल्ल अभद्र व्यवहार को अनदेखा न करें। भले ही ऐसा करने वाले की नीयत खराब न हो। र्दुव्यवहार की अनदेखी से इसकी पुनरावृत्ति की संभावना काफी बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में आप कम से कम सामने वाले को स्पष्ट रूप से कह ज़रूर दें कि जो कुछ उसने कहा है, उससे आप रुष्ट हैं और उसे आइंदा ऐसी हरकत से बाज आना चाहिए।
ल्ल अगर आप समझते हैं कि गलत बर्ताव पर आपत्ति जताकर टकराव मोल नहीं लेना चाहिए, तो इसका इजहार करना न भूलें। साफ कह दें कि ये मामला हार जीत का नहीं है, लेकिन आपको इस पर आपत्ति अवश्य है।
ल्ल अगर आपका कोई साथी ऐसे किसी आचरण पर आपसे बात करके मसला खत्म करना चाहता है, तो उसका शुक्रिया अदा करना न भूलें।

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