उत्तराखंड के नैनीताल जिले के कालाढूंगी कांड के सिलसिले में राज्य सरकार ने दून जेल के दो रक्षकों को बर्खास्त कर दिया है, जबकि एक रक्षक को निलंबित किया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जेल में बंद कैदी मंटू चौधरी को जेल में ही मोबाइल और अन्य सुविधायें उपलब्ध कराई गई थीं। कालाढूंगी में गत दिनों बसपा नेता मनीष तिवारी ने प्रखंड प्रमुख बलवंत सिंह कान्याल की गोली मारकर हत्या कर दी थी और इसके बाद ही कालाढूंगी थाने में हिंसक उपद्रव हुआ था जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था।
सूत्रों के अनुसार इस मामले में प्रारंभिक जांच की गई और बंदीरक्षक लालबहादुर, जनक थापा और उजेब खान की भूमिका संदिग्ध पाई गई। लालबहादुर और जनक थापा को कल बर्खास्त कर दिया गया और उजेब खान को निलंबित कर दिया गया।