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आखिरी सांसें लेते धारावाहिक

दिल मिल गए स्टार वन पर आने वाले इस सीरियल ने शुरू में दर्शकों की (खासकर युवाओं की) जम कर वाहवाही बटोरी। फैमिली ड्रामे से एकदम अलग इस सीरियल को दर्शकों ने बेहद पसंद किया। गौरतलब है कि यह संजीवनी का...

आखिरी सांसें लेते धारावाहिक
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 13 Nov 2009 05:21 PM
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दिल मिल गए
स्टार वन पर आने वाले इस सीरियल ने शुरू में दर्शकों की (खासकर युवाओं की) जम कर वाहवाही बटोरी। फैमिली ड्रामे से एकदम अलग इस सीरियल को दर्शकों ने बेहद पसंद किया।

गौरतलब है कि यह संजीवनी का दूसरा भाग है, जो कुछ साल पहले आता था। इस धारावाहिक की कहानी हॉस्पिटल में आए इंटर्न डॉक्टरों के चारों ओर घूमती है। यही नहीं, सीरियल में दिखाई गई अरमान और रिदिमा की लव स्टोरी भी दर्शकों को खूब भाई, लेकिन बार-बार वही सब चीजें देख दर्शकों को इस सीरियल से बोरियत महसूस होने लगी। शायद यही वजह है कि इस फेमस टीवी शो की टीवीआर 0.4 पर पहुंच गई है। फिलहाल इसमें कुछ नए इंटर्न डॉक्टर्स जुड़े हैं, पर कहानी वही दोहराई जा रही है, जो पुराने इंटर्न पर दोहराई गई थी।

मिले जब हम तुम
स्टार वन पर ही आने वाले इस सीरियल में भी युवाओं को आकर्षित करने के वो सारे मसाले मौजूद थे, जो उन्हें पसंद हैं। मसलन, इस शो की स्टोरी कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट्स पर आधारित है, जिसमें हर एक का अपना अलग किरदार है। यह शो छोटे शहर से आई दो लड़कियों और उनके शहरी दोस्तों पर आधारित है। शो में जहां नूपुर जैसी चुलबुली लड़की को मयंक के साथ खट्टी-मीठी बहस करते दिखाया गया है, वहीं गुंजन जैसी पढ़ाकू लड़की के मन में कॉलेज के सबसे हैंडसम लड़के सम्राट के लिए प्यार के अहसास को दिखाया गया है। लेकिन यह सभी इस बात से अंजान होते हैं कि इन्हें एक दूसरे से प्यार है। कुछ वैसे ही जैसे आम कॉलेज लाइफ में दोस्तों के बीच अक्सर होता रहता है। हालांकि इस शो का कॉन्सेप्ट कुछ नया नहीं था, लेकिन अपने टेस्ट को बदलने के लिए रोने-धोने वाले सीरियल को बाय-बाय करने की इच्छा रखने वाले दर्शकों ने इसे शुरू में बहुत पसंद किया। अब धीरे-धीरे जब इसमें लोगांे को कुछ अलग और नया देखने को नहीं मिला तो दर्शकों ने इसे भी देखना कम कर दिया और अब इसकी टीवीआर घट कर लगभग 0.7 पर आ गई है।

भास्कर भारती
सोनी पर आने वाले इस सीरियल की कहानी यूं तो कुछ-कुछ ‘मिस्टर या मिस’ फिल्म से मिलती-जुलती थी, जिसके बारे में अधिकतर दर्शकों को पता भी था। लेकिन फिर भी फिल्म को धारावाहिक की तरह देखना दर्शकों ने पसंद किया।

धारावाहिक में भास्कर का भारती बन रोज नई मुसीबतों का सामना करना दर्शकों को बहुत मजेदार लगा। इस धारावाहिक की कहानी में प्यार के साथ-साथ एक नई कॉमेडी थी, जो दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान ले आती थी, लेकिन धीरे-धीरे इस सीरियल में भी बासीपन सा आता गया और भास्कर का भारती बन रोज नए-नए कारनामे करना लोगों को बोर करने लगा। आज भी दर्शक इसे देखते हैं, लेकिन ऐसे दर्शकों की संख्या पहले से बहुत कम  हो गयी है। पिछले दिनों इसकी टीवीआर 0.5 दर्ज की गयी।

लेडीज स्पेशल
सोनी पर ही आने वाले इस सीरियल को शुरू में काफी पसंद किया गया, लेकिन धीरे-धीरे दर्शकों का मन भी इस धारावाहिक से ऊबने लगा। अलग-अलग वर्ग से जुड़ी चार महिलाओं  पर आधारित इस शो में उनकी निजी जिंदगी पर फोकस करने के साथ-साथ महिलाओं से जुड़े विभिन्न पहलुओं को भी बेहद संजीदगी से दिखाया गया।
बबली की बड़ी-बड़ी बातें हों या फिर पूजा का अपने पति द्वारा सताया जाना, चारों महिलाओं का ऑफिस से आते समय मुंबई की लोकल ट्रेन के लेडीज कम्पार्टमेंट में एक-दूसरे से अपने दिल के राज खोलना दर्शकों के सीधे दिल में उतरा। शुरू में तो दर्शकों को खासकर महिलाओं को इस शो ने अपनी ओर खींचा, लेकिन शायद दर्शकों को इस शो की सादगी पसंद नहीं आई और कुछ समय तक इस सीरियल को देखने के बाद अब दर्शक इस धारावाहिक से किनारा करने लगे हैं। फिलहाल इस शो की टीवीआर 0.4 रह गई है।

मनीबेन डॉट कॉम
सब टीवी पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक का हाल भी इन दिनों खस्ता है। शुरू में तुलसी यानी स्मृति ईरानी का यह नया अवतार दर्शकों को जरूर पसंद आया, लेकिन एक जिम्मेदार बहू का किरदार निभा चुकी स्मृति ईरानी की यह कॉमेडी दर्शक ज्यादा दिन पचा नहीं पाए और अब बहुत ही कम दर्शक ऐसे हैं, जो इस सीरियल को देखना पसंद करते हैं। इस सीरियल में भी ऐसा कुछ नया नहीं निकल के आया, जिससे लोग ज्यादा समय तक जुड़े रहते। इसके अलावा शो का कॉन्सेप्ट भी कुछ खास नहीं रहा और अब यह शो 0.5 की टीवीआर पर अपनी आखिरी सांसें ले रहा है।
 
बसेरा
एनडीटीवी इमेजिन पर आने वाला यह शो शुरुआत से ही दर्शकों के बीच अपनी पकड़ बनाने में नाकामयाब रहा है। दरअसल, शो का कॉन्सेप्ट बहुत पुराना है और इस शो की स्टारकास्ट भी कुछ खास दमदार नहीं है। शो की कहानी एक संयुक्त परिवार के बिखर जाने पर आधरित है, जो यह दर्शाती है कि बच्चे कैसे माता-पिता के बूढ़े हो जाने पर अपनी जिम्मेदारियों से किनारा कर लेते हैं। यह शो भी दर्शकों को अपनी तरफ नहीं खींच पा रहा है  और अब इसकी टीवीआर मात्र 0.8 पर सिमट चुकी है।

इसी तरह बंदिनी, सबकी लाडली बेबो, आपकी अंतरा, पवित्र रिश्ता जैसे कई धारावाहिक हैं, जो दमदार कहानी के होते हुए भी इन दिनों किसी तरह अपनी टीआरपी तथा टीवीआर को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।दिल मिल गए
स्टार वन पर आने वाले इस सीरियल ने शुरू में दर्शकों की (खासकर युवाओं की) जम कर वाहवाही बटोरी। फैमिली ड्रामे से एकदम अलग इस सीरियल को दर्शकों ने बेहद पसंद किया।

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