बफे और गेट्स ने कहा, बुरा आर्थिक दौर खत्म
साल भर की वैश्विक मंदी के बावजूद दुनिया की दो सबसे धनी हस्तियों का मानना है कि पूंजीवाद जिंदा है और ठीक ठाक है। विख्यात निवेशक वारेन बफे ने कहा है कि वित्तीय भय पीछे छूट गया है। उन्होंने कहा है कि...
साल भर की वैश्विक मंदी के बावजूद दुनिया की दो सबसे धनी हस्तियों का मानना है कि पूंजीवाद जिंदा है और ठीक ठाक है। विख्यात निवेशक वारेन बफे ने कहा है कि वित्तीय भय पीछे छूट गया है। उन्होंने कहा है कि शेयर बाजारों ने अपना निम्नतम स्तर छू लिया है।
कोलंबिया यूनिवर्सिटी, न्यूयार्क में एक कार्यक्रम में बर्कशायर हैथवे के सीईओ बफे तथा माइक्रोसाफट के संस्थापक बिल गेट्स को कोलंबिया बिजनेस स्कूल के विद्यार्थियों से मंदी, निवेश, संरक्षक सहित अनेक सवालों का सामना करना पड़ा।
गेट्स ने कहा, हमने सिद्ध कर दिया है कि हम गलतियां कर सकते हैं। उन्होंने कहा प्रणाली की बुनियाद बरकार है देश के सबसे बुरे समय में भी अमेरिका की कंपनियां अब भी नए-नए काम में लगी हुई हैं।
गेट्स और बफे नब्रास्का में 2005 के एक कार्यक्रम के बाद पहली बार एक साथ छात्रों से एक साथ बातचीत करने पहुंचे थे। दोनों ने कोलंबिया बिजनस स्कूल के छात्र-छात्राओं के विभिन्न सवालों के जवाब दिए। बफे ने कहा कि, हाल के संकट में सचमुच कुछ दिख नहीं रहा था। बावजूद इसके में अमेरिकी अर्थव्यवस्था के अस्तित्व को लेकर चिंतित नहीं था।