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बोकारो के बारी को-आपरेटिव में अवैध हथियारों का जखीरा बरामद

पटना पुलिस की निशानदेही व सहयोग से बोकारो पुलिस ने सिटी थाना अन्तर्गत बारी को-आपरेटिव कालोनी के मकान नंबर-2 में छापेमारी कर भारी मात्र में हथियार बरामद किया है। हथियारों के साथ एक फाइल भी मिली है।...

बोकारो के बारी को-आपरेटिव में अवैध हथियारों का जखीरा बरामद
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 11 Nov 2009 10:47 PM
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पटना पुलिस की निशानदेही व सहयोग से बोकारो पुलिस ने सिटी थाना अन्तर्गत बारी को-आपरेटिव कालोनी के मकान नंबर-2 में छापेमारी कर भारी मात्र में हथियार बरामद किया है। हथियारों के साथ एक फाइल भी मिली है। फाइल में छोटे-बड़े हथियार बनाने की जानकारी के साथ-साथ उग्रवाद से जुड़ी कई अन्य जानकारी दर्ज है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना में बरामद हथियार और उसके तार बोकारो से जुड़े होने की जानकारी पर पटना पुलिस की एक विशेष टीम मंगलवार को डीएसपी पंकज कुमार के नेतृत्व में बोकारो पहुंची। यहां बोकारो एसपी साकेत कुमार सिंह से संपर्क साधा गया। एसपी के नेतृत्व में लगभग साढ़े ग्यारह बजे छापेमारी प्रारंभ हुई, जो लगभग ढ़ाई बजे तक चली। बोकारो-रामगढ़ मुख्य सड़क से महज 100 गज की दूरी पर स्थित बारी

को-आपरेटिव के मकान नंबर-2 की घेराबंदी कर पुलिस ने पहले मकान का ताला तोड़ा। बोकारो के एसपी साकेत कुमार सिंह ने बरामद हथियार की जानकारी देते हुए कहा कि छापेमारी में लगभग 32 हजार गोली, एक एके 47, दो इंसास राइफल, तीन हैंडग्रेनेड समेत कई अन्य आपत्तिजनक कागजात व नक्सली साहित्य बरामद हुआ है।

एसपी ने कहा कि हथियार माओवादियों ने जमा किया था, जिसका उपयोग चुनाव के दौरान बोकारो शहर समेत आसपास के क्षेत्रों में चुनाव के दौरान किया जा सकता था। एसपी के अनुसार पटना में गिरफ्तार युवक के बयान के आधार पर पटना पुलिस बोकारो पहुंची तथा पटना पुलिस को साथ लेकर छापेमारी की गई, जिसमें सिटी डीएसपी ज्योति उदय टेटे, सिटी थाना प्रभारी डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बोकारो पुलिस शहर के अन्य स्थानों पर भी हथियार रखे जाने की संभावना व्यक्त कर रही है। पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।

जिस मकान में छापेमारी हुई, वह मकान स्व. परमानंद प्रसाद सिंह का है। उन्होंने अपना मकान अपने दामाद ओमकारनाथ को दे दिया था, लेकिन उसने अपने रहने की बजाय उस मकान को पटना निवासी सुबोध नामक एक ठेकेदार को दे रखा था। जो विभिन्न मोबाइल कंपनियों का टावर लगाने की आड़ में उग्रवादियों को हथियार सप्लाई करने का धंधा चला रहा था। सुबोध की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

पटना में बरामद विस्फोटक व हथियार तथा गिरफ्तार युवक के बयान के आधार पर पटना के डीएसपी के नेतृत्व में पटना पुलिस की एक विशेष टीम मंगलवार को प्रातः लगभग 10 बजे बोकारो के एसपी साकेत सिंह के सेक्टर वन स्थित आवास पर पहुंची। बंद कमरे में लगभग 15 मिनट बोकारो के एसपी व पटना के डीएसपी के बीच बातचीत हुई। पुलिस अधिकारियों को टेलीफोन से बारी को-आपरेटिव मोड़ पहुंचने का निर्देश दिया गया, लेकिन पूरी गोपनीयता बरतते हुए इस बात की जानकारी किसी को नहीं दी गई कि कहां जाना है और क्या करना है। लगभग साढ़े ग्यारह बजे बोकारो के एसपी व पटना के डीएसपी बारी कोआपरेटिव मोड़ पहुंचे। उसके बाद उनके नेतृत्व में काफिला आगे बढ़ा।

लगभग 100 गज की दूरी तय करने के बाद पुल समाप्त होते ही पुलिस बायीं ओर स्थिति प्लाट नंबर 2 में धराधड़ प्रवेश कर गई। उसके बाद तलाशी का काम शुरू हुआ। उक्त मकान को चारों तरफ से घेराबंदी कर दी गई। संदूक, चावल का बोरा आदि में हथियार बरामद होने का जो सिलसिला प्रारंभ हुआ, जो छापेमारी समाप्त होने तक जारी रहा। छापेमारी की खबर जंगल में आग की तरह पूरे शहर में फैल गई। मकान के सामने हजारों की भीड़ जुट गई। भीड़ नियंत्रित करने के लिए आसपास के थाना क्षेत्रों से पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को बुलाया गया। छापेमारी में लगभग 50 से अधिक पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों ने हिस्सा लिया। लगभग 25 से अधिक स्पेशनल ब्रांच सीआईडी आदि के भी अधिकारी घटनास्थल पर जमे रहे।

एसपी ने कहा कि बरामद हथियार का उपयोग उग्रवादी चुनाव में बोकारो शहर समेत अन्य शहरों में कर सकते थे। इसी उद्देश्य से बारी कोआपरेटिव के प्लाट नंबर दो में हथियार जमा किया गया था। उक्त बातें बोकारो के एसपी साकेत कुमार सिंह ने घटना स्थल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। एसपी ने कहा कि पुलिस शहर के अन्य स्थानों पर भी हथियार रखे जाने की संभावना को आधार मानकर तहकीकात कर रही है। सिंह ने कहा कि पटना में बरामद हथियार व गिरफ्तार युवक से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर पटना के स्पेशल फोर्स डीएसपी पंकज कुमार के नेतृत्व में उनके पास पहुंची तथा उसके आधार पर छापेमारी प्रारंभ हुयी जिसमें हथियार, कारतूस समेत अन्य सामान मिला है। एसपी ने कहा कि पुलिस ने इसे चुनौती के रूप में लिया है।

आईजी ने बताया कि बोकारो के बारी कोआपरेटिव के एक मकान में चुनाव के दौरान हिंसा फैलाने के उद्देश्य से माओवादियों ने हथियार जमा किया था, लेकिन उनकी योजना हथियार बरामदगी के साथ विफल हो गई। उक्त बातें बोकारो जोन के आईजी केएस मीणा ने कही। उन्होंने कहा कि बोकारो जोन के अन्य जिलों में भी पुलिस को सतर्क व सजग रहने का निर्देश दिया गया है।

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