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मेरठ जेल से जुड़े हैं चेयरमैन की हत्या के तार

खेकड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष चौधरी हरेन्द्र सिंह की हत्या का पूरा मास्टर प्लान मेरठ जेल में तैयार किया गया तथा कैल गिरोह के शार्प शूटरों ने इसको अंजाम देकर एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि को असमय मौत के आगोश...

मेरठ जेल से जुड़े हैं चेयरमैन की हत्या के तार
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 11 Nov 2009 10:44 PM
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खेकड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष चौधरी हरेन्द्र सिंह की हत्या का पूरा मास्टर प्लान मेरठ जेल में तैयार किया गया तथा कैल गिरोह के शार्प शूटरों ने इसको अंजाम देकर एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि को असमय मौत के आगोश में पहुंचा दिया। इस सनसनीखेज वारदात के खुलासे को पूरी मुस्तैदी से हाथ-पांव मार रही बागपत पुलिस के पास वैसे तो जांच को आगे बढ़ाकर हत्यारों तक पहुंचने के कई क्लू मौजूद हैं, मगर मेरठ जेल में बंद एक बदमाश द्वारा इस पूरी वारदात को अंजाम दिए जाने की लाइन पर वह जांच को सबसे आगे लेकर चल रही है।

हालांकि जमीन की पार्टनरशिप के अलावा चेयरमैन की ट्रांसपोर्ट कारोबार के प्रतिद्विंदियों या फिर रुपये के लेन-देन जैसे दूसरे बिंदुओं पर भी पुलिस की अलग-अलग टीमें काम कर रही है, मगर जांच लाइनों की फेहरिस्त में सबसे ऊपर कैल गिरोह को खंगालने का काम चल रहा है। पुलिस सूत्रों की बात पर अगर यकीन किया जाए तो मुजफ्फरनगर के शाहपुर कस्बे से वर्ष 2004 में नर्सिग होम संचालक डा. रवींद्र गुप्ता का अपहरण हो गया था, जिसको कैल गिरोह के सरगना भाई बिट्ट व नीटू ने अंजाम दिया था।

इस मामले में गिरोह द्वारा तीस लाख रुपये की फिरौती वसूल की गई थी। पुलिस के सूत्रों का दावा है कि इस फिरौती का लेन-देन बिट्ट का ममेरे भाई होने के चलते हरेन्द्र सिंह की मध्यस्ता में हुआ था तथा उन्हीं के प्रयासों से चिकित्सक की रिहाई हो पाई थी। अपहृत चिकित्सक के खेकड़ा में रहने वाले भाईयों ने भी इसमें चैयरमैन से सहयोग मांगा था। बाद में बिट्ट व उसका भाई नीटू पुलिस एनकांउटर में मारे गए।

सूत्रों का दावा है कि मेरठ जेल में बंद कैल गिरोह की कमान संभालने वाले सरगना ने जेल में पूरी वारदात का माइक्रो प्लान तैयार किया तथा उसी गिरोह के शार्प शूटरों ने इस हौलनाक वारदात को अंजाम दिया। पुलिस के आलाधिकारी भी इस लाइन पर जांच को आगे बढ़ाने की बात स्वीकार तो कर रहे हैं, मगर इसके अलावा दूसरे पहलुओं पर भी उनकी नजर है और फिलहाल किसी भी लाइन पर बढ़ाई जा रही जांच के बारे में ज्यादा कुछ खुलासा करने के लिए तैयार नहीं है।

फिलहाल पुलिस की टीमें मृतक चेयरमैन के जमीन व ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के साथ-साथ एक उद्यमी से लेन-देन के मामले को अलग-अलग टेकिल कर जांच आगे बढ़ा रही है।

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