ग्रेडिंग प्रणाली से ग्रामीण छात्र भी होंगे लाभान्वितः विनीत जोशी
शिक्षा का मतलब है वास्तविक जिंदगी के अनुरूप अपने को ढालना। आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपने को तैयार करना। छात्रों को हर क्षेत्र में सक्षम बनाने के लिए सीबीएसई ने शिक्षा पद्धति में बदलाव...
शिक्षा का मतलब है वास्तविक जिंदगी के अनुरूप अपने को ढालना। आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अपने को तैयार करना। छात्रों को हर क्षेत्र में सक्षम बनाने के लिए सीबीएसई ने शिक्षा पद्धति में बदलाव लाया है।
सीबीएसई के चेयरमैन विनीत जोशी ने मंगलवार को डीपीएस में पत्रकारों से कहा कि ग्रामीण छात्रों को शहरी छात्रों के समकक्ष अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका देने के उद्देश्य से सीबीएसइ ने ग्रेडिंग प्रणाली लागू की है। इस प्रणाली से वैसे छात्रों को लाभ होगा, जो अंक के मामले में पिछड़ जाते थे। शिक्षा के अलावा अन्य क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करते थे।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि फीस आदि का निर्धारण करने के लिए विद्यालय स्तर पर कमेटी का गठन होता रहा है, जिसके सदस्य अभिभावक भी होते हैं, सबकी सहमति से ही निर्णय लिया जाता है। जहां इस नियम का अनुपालन नहीं होता है, वहां शिकायत मिलने पर उस पर विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सीबीएसई का उद्देश्य शिक्षा के साथ-साथ आगे चलकर छात्रों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा देना भी है, जिसके लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत के समय डीपीएस की प्राचार्या डॉ हेमलता एस मोहन भी उपस्थित थीं।