मुनाफे का सौदा नहीं रही गन्ने की खेती
शुगर बाउल में गन्ने का रकबा बिना वजह नहीं घट रहा है। किसानों ने गन्ने की उत्पादन लागत का जो आकलन किया है, उसके मुताबिक एक हेक्टेयर गन्ने की फसल से किसान को केवल 23 हजार 714 रुपए की बचत होती है। इसका...
शुगर बाउल में गन्ने का रकबा बिना वजह नहीं घट रहा है। किसानों ने गन्ने की उत्पादन लागत का जो आकलन किया है, उसके मुताबिक एक हेक्टेयर गन्ने की फसल से किसान को केवल 23 हजार 714 रुपए की बचत होती है।
इसका दूसरा पहलू देखें तो वेस्ट के जिलों में एक हेक्टेयर जमीन की कुल कीमत करीब 50 लाख के आसपास है। ऐसे में अगर खेती के बजाए किसान इस धन को डिसइनवेस्ट कर बैंक में जमा कर दे तो उसे 33 हजार 333 रुपए का मासिक लाभ होगा। केंद्र द्वारा घोषित एफआरपी 129.84 रुपए है, जबकि उत्पादन लागत करीब 180 रुपए कुंतल तक आ रही है। मेरठ के कलंजरी गांव निवासी किसान नेता विनोद कलंजरी ने एक हेक्टेयर फसल की उत्पादन लागत का आंकड़ा निकाला है।
कलंजरी सन् 83 से गन्ने की खेती कर रहे हैं और गत वर्ष वह प्रदेश में गन्ना मूल्य निर्धारण समिति की मीटिंग में बतौर किसान प्रतिनिधि शामिल हुए थे।