बीजेपी-संघ में बढ़ी दरार, मोहन भागवत पर निशाना
लोकसभा की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। ताजा विवाद भाजपा की मातृ संस्था कही जाने वाली आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के बयान से उपजा...
लोकसभा की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। ताजा विवाद भाजपा की मातृ संस्था कही जाने वाली आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के बयान से उपजा है।
भारतीय जनता पार्टी ने भागवत के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा का अगला अध्यक्ष दिल्ली से नहीं होगा। पार्टी ने कहा कि भागवत को इस तरह से मीडिया में बयान नहीं देना चाहिए। उनको अगर कोई बात कहनी भी थी तो पार्टी नेताओं से कहना चाहिए।
पार्टी ने कहा कि पिछले 60 सालों के इतिहास में किसी भी सरसंघचालक ने इस तरह से बयान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि संघ को यह समझना होगा कि किसी जूनियर के नीचे वरिष्ठ नेताओं का काम करना कितना मुश्किल होता है।
उल्लेखनीय है कि सरसंघचालक मोहन भागवत ने अभी हाल ही में भावी भाजपा अध्यक्ष के बारे में बयान देते हुए कहा था कि पार्टी का नया अध्यक्ष दिल्ली से नहीं होगा, बल्कि दिल्ली के बाहर का होगा। बयान से साफ है कि वह सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, वैंकेया नायडू तथा दिल्ली के अन्य नेताओं मे से किसी को अध्यक्ष के रूप में नहीं देखना चाहते। खबरों में बताया जा रहा है कि संघ नितिन गदगरी व मोहन पन्निकर में से किसी को अध्यक्ष बनाना चाहता है।