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वित्तीय प्रबंधन

जीवन के तमाम फैसलों की तरह ही पर्सनल मैनेजमेंट का फैसला भी कुछ आम बातों की समझ, खुद की जरूरतों और सीमाओं को ध्यान में रखकर किया जाता है। निवेश करने का एक महत्वपूर्ण पहलू है नियमित होना। फाइनेंस...

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लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 05 Nov 2009 08:46 PM
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जीवन के तमाम फैसलों की तरह ही पर्सनल मैनेजमेंट का फैसला भी कुछ आम बातों की समझ, खुद की जरूरतों और सीमाओं को ध्यान में रखकर किया जाता है। निवेश करने का एक महत्वपूर्ण पहलू है नियमित होना। फाइनेंस मैनेजमेंट करते वक्त लोग लोन के पहलू को ध्यान में रखते हैं कई बार लोग लोन को सरप्लस पैसे द्वारा चुकाने की कोशिश करते हैं। वहीं कई बार लोग सरप्लस पैसे को निवेश करने की कोशिश करते हैं।

बेहतर कदम यही होगा कि अतिरिक्त पैसे से लोन को तब चुकाए जब आपको इस बात की उम्मीद हो कि निवेश से मिलने वाला ब्याज लोन को पहले चुकाने की तुलना में कम होगा। ऐसे में निवेश के बारे में अपना भविष्य का दृष्टिकोण पूरा स्पष्ट रखें। इसके अलावा, सबसे जरूरी पहलू ये है कि आप अपनी जोखिम लेने की क्षमता को जांच लें। मतलब ये कि क्या मैं बाजार में निवेश करूं या डेट में ज्यादा खर्च करूं। प्रत्येक व्यक्ति की जोखिम लेने की क्षमता अलग-अलग होती है।

मौजूदा दौर में अगर कोई व्यक्ति अपनी सरप्लस आय को लोन चुकाने के बजाए बाजार में निवेश करने के बारे में सोचता है तो यह कदम अमुक व्यक्ति को उसकी उम्मीद से ज्यादा रिटर्न तो दिला सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी कम नहीं है। वहीं अगर आप दीर्घावधि के लिए अपना पैसा ब्लॉक कर सकते हैं तो निवेश आपके लिए फायदे का सौदा होगा। अगर आप बाजार में निवेश करने के बारे में पूरा मन बना चुके हैं तो अपने निवेश पर लगातार पैनी निगाह रखें। वहीं अगर आपको लगता है कि आप जोखिम नहीं ले सकते या बाजार पर निगाह बनाए रखने के लिए आपके पास वक्त नहीं है, तो आप अपनी आय को मद्देनजर रखते हुए लोन चुका दें।

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