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जहां थाने का बोर्ड, वहां जड़ा है ताला

जनपद का एकमात्र महिला थाना। थाने के बाहर रोती-बिलखती शरीर पर चोटों के निशान लिए दहेज उत्पीड़न की शिकार एक महिला पुष्पा (बदला हुआ नाम)। लेकिन थाने पर पड़े ताले को देख चोटों के दर्द के साथ वह और भी...

जहां थाने का बोर्ड, वहां जड़ा है ताला
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 05 Nov 2009 07:17 PM
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जनपद का एकमात्र महिला थाना। थाने के बाहर रोती-बिलखती शरीर पर चोटों के निशान लिए दहेज उत्पीड़न की शिकार एक महिला पुष्पा (बदला हुआ नाम)। लेकिन थाने पर पड़े ताले को देख चोटों के दर्द के साथ वह और भी बिलख पड़ी कि न्याय के नाम पर एक ही मंदिर की आस और वहां भी ताला जड़ा हुआ। ये अलग बात है कि ‘हिंदुस्तान’ ने जानकारी लेने के लिए जब थानाध्यक्ष को फोन करके पूछा तो थाने के स्थानांतरित होने की बात मालूम पड़ी।


जानकारी के अभाव में पुष्पा करीब आधे घंटे तक वहीं बैठी रोती रही लेकिन आसपास कोई भी ऐसा मौजूद नहीं था जो उसे बदले हुए महिला थाने का सही पता दे पाता। तभी सामने से आया एक गार्ड महिला को जिला अस्पताल परिसर में थाने का नया पता बताते हुए वहां से निकल गया। महिला ने पूरा अस्पताल देख लिया लेकिन थाने का कोई अता-पता नहीं मिला। मिलता भी कैसे जब नए थाने के बाहर न तो कोई बोर्ड लगा है ना ही कोई दिशा सूचक।
दरअसल दो दिन पहले महिला थाने को स्थानांतरित कर जिला अस्पताल परिसर में शिफ्ट कर पुराने थाने पर ताला जड़ा जा चुका है। लेकिन नए थाने पर अभी तक कोई बोर्ड नहीं लगा है और जहां लगा है वहां तो ताला पड़ा है। ऐसे में कई पीड़ित महिलाएं पिछले दो दिनों से अपनी समस्याओं के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। लेकिन उनकी समस्याओं से समाज के रखवालों को कोई सरोकार नहीं।
 
‘‘नए थाने में बोर्ड और दिशा सूचक लगाने के लिए अथॉरिटी को पत्र दे दिया गया है। अब बोर्ड लगवाना तो अथॉरिटी का काम है। इसके अलावा पुराने थाने के बाहर कोई न कोई तो मौजूद होता ही है जिससे नए थाने का पता पूछा जा सकता है।’’
                                                 उर्मिला, महिला थानाध्यक्ष

‘‘पुराने थाने की जगह पर पीडब्ल्यूडी का ऑफिस शिफ्ट होना है और महिला थाने के लिए अभी कोई स्थाई जगह न मिल पाने के कारण उसे अस्थाई तौर पर जिला अस्पताल परिसर में शिफ्ट किया गया है। अन्य सामनों को वहां पहुंचाने की जल्दी में अभी बोर्ड वगैरह पर ध्यान नहीं दिया जा सका है। एक-दो दिन में बोर्ड लग जाएगा।’’
                                                 अशोक त्रिपाठी
                                                  एसपी सिटी, नोएडा

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