ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह 200 वनडे मैच खेलने वाले दसवें भारतीय बन गए हैं। 29 वर्षीय भज्जी ने गुरुवार को हैदराबाद में आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें वनडे में उतरने के साथ ही यह उपलब्धि हासिल कर ली।
टीम इंडिया के स्पिन आक्रमण के प्रमुख अस्त्र हरभजन ने अपना टेस्ट कैरियर 25 मार्च, 1998 को बेंगलूर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ और अपना वनडे कैरियर 17 अप्रैल 1998 को न्यूजीलैंड के खिलाफ शारजाह में शुरू किया था। हरभजन इसके बाद लगातार सफलता की सीढियां चढ़ते चले गए और उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
भज्जी इससे पहले 199 वनडे में 1038 रन बनाने के अलावा 224 विकेट भी ले चुके हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 49 रन है जो उन्होंने मौजूदा सीरीज के वडोदरा में खेले गए पहले वनडे में बनाया था। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 31 रन पर पांच विकेट है। वह इसके अलावा 77 टेस्टों में 1497 रन बनाने के अलावा 330 विकेट भी ले चुके हैं।
भारत में सर्वाधिक वनडे खेलने के मामले में भज्जी से आगे वीरेन्द्र सहवाग (210 मैच), कपिल देव (225), जवागल श्रीनाथ (229), युवराज सिंह (243), अनिल कुंबले (271), सौरभ गांगुली (311), मोहम्मद अजहरुद्दीन (334), राहुल द्रविड़ (339) और सचिन तेंदुलकर (435) मैच हैं।
गरम मिजाज के हरभजन हमेशा आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए विख्यात है। वर्ष 2001 में उन्होंने अजेय आस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ तीन टेस्टों में 32 विकेट लेकर अकेले अपने दम पर विश्व चैम्पियन टीम को धूल चटाई थी। इसमें वह किसी भारतीय द्वारा पहली टेस्ट हैट्रिक लेने वाले गेंदबाज बने थे। लेग स्पिनर अनिल कुंबले के संन्यास के बाद अब भज्जी भारतीय स्पिन आक्रमण के कर्णधार बन गए हैं।