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सर्दी की आहट, शॉपिंग की चाहत

सर्दियों का मौसम आते ही बदन में ना जाने कहां से एक स्फूर्ति-सी आ जाती है। घर काटने को दौड़ता है और बाहर का मौसम आपको आवाज दे-देकर बुलाता है। नवंबर के मध्य तक पहुंचते-पहुंचते सर्दियों का आपसे संवाद...

सर्दी की आहट, शॉपिंग की चाहत
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 05 Nov 2009 11:56 AM
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सर्दियों का मौसम आते ही बदन में ना जाने कहां से एक स्फूर्ति-सी आ जाती है। घर काटने को दौड़ता है और बाहर का मौसम आपको आवाज दे-देकर बुलाता है। नवंबर के मध्य तक पहुंचते-पहुंचते सर्दियों का आपसे संवाद शुरू हो चुका होता है। सर्दियां अपनी जुबान में आपसे बाहर निकलने के लिए कहती हैं। ऐसी जगह चलने के लिए कहती हैं जहां भीड़ हो..देखने के लिए नयी-नयी चीजें हों। और बरबस ही आप शॉपिंग के लिए मचल उठते हैं। यूं देखा जाए तो गर्मियों में भी शॉपिंग बराबर होती है, पर  सही मायने में देखा जए तो सर्दियों में शॉपिंग करने का अपना ही मजा है। न थकान, न उदासी और मन में कुछ खरीदने का जज्बा सर्दियों में ही दिखाई पड़ता है। सर्दियां जेब हल्की होने पर भी फीलगुड कराती हैं।

शॉपिंग का मनोविज्ञान
सिर्फ जरूरत, चाहत या आदत का नाम नहीं है शॉपिंग- यह एक फीलगुड फैक्टर भी है। यानी यह जीवनशली का अंग भी है। मनोविज्ञान के क्षेत्र में प्रसिद्ध विशेषज्ञ गॉय मैकन और मैरिलिन अलबर्ट की थ्योरी के अनुसार, महिलाओं के लम्बे जीवन का कारण उनका अधिक शॉ¨पग करना है। अपनी किताब ‘कीप योर ब्रेन यंग’ में वे शॉपिंग के कई फायदे गिनाते हैं- पहला दुकानों में घूम कर खरीदारी करना शारीरिक रूप से फिट और चुस्त-दुरुस्त रखता है।  दूसरा, चीजों के क्रय के क्रम में वस्तुओं के मोल-भाव, कीमतों के तुलनात्मक सोच-विचार आदि के कारण दिमागी चुस्ती बनी रहती है। तीसरा, खरीदारी के काम में सक्रियता से सकारात्मक विचार और संतुष्टि का भाव उत्पन्न होता है। 

सर्दियों में विंटर ब्लू की समस्या भी देखने को मिलती है। कुछ लोगों के स्वभाव में बोरियत, अवसाद और उदासी बढ़ जती है। मनोविज्ञान कहता है कि जब हम एक मौसम से दूसरे मौसम का सफर करते हैं तो मन में अवसाद की भावना आ जती है। यह अवसाद तब तक बना रहता है, जब तक दूसरा मौसम पूरी तरह आपके जेहन पर हावी नहीं हो जता। ऐसे में सर्दियों की गुनगुनी धूप का मज लेते हुए शॉपिंग करना तमाम सुस्ती और चिड़चिड़ापन को दूर करके ताजगी प्रदान करने में सहायक होता है। मनोवज्ञानिक डॉ. संजय चुग के अनुसार, ‘शॉपिंग को आजकल ‘स्ट्रेस बस्टर’ माना जाने लगा है। तनाव की स्थिति से उबरने और बोरियत को दूर करने के लिए शॉपिंग भी एक कारगर विकल्प है।’

विंडो शॉपिंग
शॉपिंग के लिए जरूरी नहीं कि बहुत कुछ खरीदा जाए। बाजर जाकर भले ही विंटर स्पेशल स्किन क्रीम खरीदनी हो या नेलपॉलिश या लिपस्टिक का एक शेड या फिर कुछ ताजे गुलाब खरीद कर गुलदस्ते में ही सज कर रखने हों, थोड़ी-सी शॉ¨पग भी ढेर सारा मज दे सकती है, वो भी जेब ढीली किए बिना। विंडो शॉपिंग, खरीदारी करने का एक ऐसा ही प्रकार है। सजी-धजी, तरतीब से लगी दुकानों को बाहर से निहारना भी शॉ¨पग का उतना ही मजा देता है। आदर्श नगर में रहने वाली अमृता कौर कहती हैं, ‘विंडो शॉपिंग का असली मजा ही सर्दियों में है। गर्मियों की तेज धूप में दिल्ली हाट या फिर कमला नगर जसी भीड़-भाड़ में एक दुकान से दूसरी दुकान जकर शॉपिंग करने का विचार ही पसीना ला देता है।’ सर्दियों में विंडो शॉपिंग करने के यूं भी कई फायदे हैं। कनॉट प्लेस में एक इंश्योरेंस फर्म में काम करने वाले प्रतीक शर्मा कहते हैं, ‘आप सामान खरीदना भी नहीं चाहें तो भी बाजर की लुक में आया बदलाव नए माल और ट्रैंड्स को जनने का अच्छा माध्यम है विंडो शॉपिंग।

दिल्ली में बड़े-बड़े डिजाइनर आउटलेट्स और शॉपिंग मॉल के अलावा जनपथ मार्केट के पास लगने वाला विंटर बाजार, नोएडा, कश्मीरी गेट और गाजियाबाद में लगने वाली मॉनेस्ट्री मार्केट, करोल बाग में अजमल खां रोड, सरोजनी नगर, गांधी नगर और लाजपत नगर के फुटपाथ पर लगने वाले फुटपाथ बाजरों में सर्दियों में काफी हलचल देखने को मिलती है। इन बाजरों की विंडो शॉपिंग से ही आप दाम से लेकर फैशन ट्रैंड के संबंध में लेटेस्ट जनकारी पा सकते हैं।
 
करें स्मार्ट शॉपिंग
सर्दियों की शॉपिंग के दौरान कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें। पहला, मूड को चुस्त-दुरूस्त करने के साथ-साथ अपने बजट का भी ख्याल रखें। दूसरा, नए दामों पर पिछला बचा हुआ स्टॉक खरीदने की गलती न करें।  कई दुकानों पर पिछले स्टॉक पर भारी डिस्काउंट ऑफर्स भी देखने को मिलते हैं। ऐसे में खरीदारी करते समय नए फैब्रिक, रंग, स्टाइल, कट्स में आ रहे बदलावों को नजरअंदाज न करें, अन्यथा शॉपिंग करने के बाद निराशा ही हाथ लगेगी। तीसरा, इस समय गर्मियों के डिजाइनर कपड़ों पर आकर्षक डिस्काउंट ऑफर देखने को मिलते हैं, पर इसका नतीजा यह होता है कि हम पैसा वर्तमान जरूरत पर खर्च करने की जगह आने वाले छह महीनों के लिए ब्लॉक कर देते हैं, जिसमें अगले सीजन में फैशन और शारीरिक बनावट में अंतर आने की आशंका अलग से बनी रहती है।

 

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