मुजीब की हत्या के दोषियों की सुरक्षा बढ़ाई गई
बांग्लादेश में सुप्रीम कोर्ट का सर्वोच्च अपीली प्राधिकरण देश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के दोषी पांच पूर्व सैन्य अधिकारियों की अंतिम अपील पर जल्द ही फैसला सुनाएगा जिसकी वजह से उनकी...
बांग्लादेश में सुप्रीम कोर्ट का सर्वोच्च अपीली प्राधिकरण देश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के दोषी पांच पूर्व सैन्य अधिकारियों की अंतिम अपील पर जल्द ही फैसला सुनाएगा जिसकी वजह से उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
ये पांचों दोषी लेफ्टिनेंट कर्नल सईद फारूक रहमान, लेफ्टिनेंट कर्नल शहरियार राशिद खान, लेफ्टिनेंट कर्नल मोहिउददीन अहमद, लेफ्टिनेंट कर्नल एकेएम मोहिउददन और मेजर बजलुल हुदा हैं। इन्हें देश की मुख्य सेंट्रल जेल में रखा गया है और इन्हें रिहा कराने के प्रयास किए जाने की आशंका के मद्देनजर इनकी सुरक्षा कडी़ की गई है।
कानूनी सूत्रों ने बताया कि फैसले के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कोई तारीख अभी तय नहीं की है लेकिन फैसला जल्द ही आने की संभावना है। हाल ही में एक सत्तारूढ़ सांसद और अभियोजन पक्ष के प्रमुख वकील फैजल नूर तापोश पर बम हमला किया गया था जिसके बाद पांचों दोषियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
तापोश के पिता पूर्व मंत्री थे जो 34 साल पहले धनमंडी इलाके में बंगबंधु के आधिकारिक निवास पर तड़के हुए हमले में मारे गए थे। अटार्नी जनरल महबूबे आलम को भी ईमेल के जरिये जान से मार डालने की धमकी मिली है। वह भी सुनवाई से जुडी़ प्रमुख हस्तियों में से एक हैं। सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस ने गृह राज्य मंत्री शमसुल हक तुकू को जेल के अधिकारियों से यह कहते हुए उद्धृत किया है उनके लिए अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
तुकू हाल ही में उच्च सुरक्षा वाली ढाका सेंट्रल जेल के उस ब्लॉक में गए थे जहां पांचों पूर्व सैन्य अधिकारियों को रखा गया है। तुकू के दौरे के एक दिन पहले ही प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट परिसर, देश भर की जेलों और नेताओं की सुरक्षा कडी़ करने के आदेश दिए थे। सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका जताई है कि अंतिम सुनवाई के मद़देनजर गड़बडी़ की जा सकती है। बंगबंधु हत्याकांड मामले के तीन दोषियों के चार करीबी संबंधियों तथा फ्रीडम पार्टी के दो कार्यकर्ताओं को तापोश पर हमले के बाद गिरफ्तार किया गया।
इस हत्याकांड मामले में कथित तौर पर लिप्त छह अन्य संदिग्ध अधिकारी अब तक फरार हैं। इनमें बर्खास्त लेफ्टिनेंट कर्नल खुंदकर अब्दुर राशिद, एसएचएमबी नूर चौधरी, शरीफुल हक दालिम, राशिद चौधरी, पूर्व कैप्टन एम ए माजिद और पूर्व सैन्य रिसालदार मुस्लिम उद्दीन शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि नूर चौधरी ने हुदा के साथ मिल कर बंगबंधु पर गोली चलाई थी। मामले की अंतिम सुनवाई पिछले माह शुरू हुई थी। पांचों दोषियों को एक निचली अदालत ने मत्युदंड की सजा सुनाई थी और उच्च न्यायालय ने यह फैसला बरकरार रखा था।