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70 कार्य ही पूरे हो सके डेडलाइन तक

कुंभ मेला व्यवस्थाओं के लिए स्थायी कार्यों को पूरा करने के लिए प्रदेश शासन द्वारा तय की गई डेडलाइन 31 अक्टूबर तक विभिन्न विभागों के महज 70 निर्माण कार्य ही पूरे हो पाए हैं। जबकि शासन ने 17 विभागों को...

70 कार्य ही पूरे हो सके डेडलाइन तक
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 02 Nov 2009 10:18 PM
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कुंभ मेला व्यवस्थाओं के लिए स्थायी कार्यों को पूरा करने के लिए प्रदेश शासन द्वारा तय की गई डेडलाइन 31 अक्टूबर तक विभिन्न विभागों के महज 70 निर्माण कार्य ही पूरे हो पाए हैं। जबकि शासन ने 17 विभागों को 256 कार्यो की स्वीकृति प्रदान कर पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी हुई है। 31 अक्टूबर तक पूरे हुए स्थायी प्रकृति के निर्माण कार्यो पर 95 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च हुई है। स्थायी प्रकृति के कार्यो की गति और गुणवत्ता को लेकर कुंभ मेलाधिकारी आनंद वर्धन चिंतित हैं इसलिए प्रतिदिन निर्माण कार्यों का औचक स्थलीय निरीक्षण कर गति बनाए रखने पर जोर दिया जा रहा है।

मेला अधिष्ठान द्वारा कुंभ व्यवस्था के लिए 17 विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उनमें से कुछ विभाग तो एक भी कार्य पूरा नहीं कर पाए। वहीं पेयजल निगम और गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के कार्यो में समन्वय के अभाव के कारण कुंभ नगरी इतनी बदरंग दिखाई दे रही है कि हरकी पैडी से संत बाहुल्य क्षेत्र खड़खड़ी भूपतवाला की स्थिति को देखकर नहीं लगता कि यहां दो माह बाद कुंभ मेला होने जा रहा है।

सिंचाई विभाग को कुंभ व्यवस्थाओं के लिए सर्वाधिक 55 कार्य निर्माण के लिए सौंपे गए हैं। लेकिन 31 अक्टूबर तक महज 22 कार्य ही पूरे हो पाए हैं। इन कार्यो पर 11 करोड़ रुपए की धनराशि व्यय हुई है। लोक निर्माण विभाग को 34 छोटी, बड़ी सड़कों, पुलों के निर्माण कार्य गतिमान हैं, लेकिन सड़क निर्माण के 16 कार्य ही अभी तक पूरे हो पाए हैं। पूरे होने वाले कार्यो में लोक निर्माण विभाग की छोटी-छोटी सड़के शामिल हैं इन मार्गो पर व्यय होने वाली राशि का आकलन लगभग 34 करोड़ रुपए किया जा रहा है।

पेयजल निगम ने 10 कार्य पूरा हो जाने का दावा किया है, लेकिन पेयजल निगम अपनी तीन टंकियों को शुरु नहीं कर पाया है। इन कार्यो पर लगभग 14 करोड़ रुपए व्यय होने का अनुमान है। पावर कारपोरेशन की स्थिति बहुत बदतर है। इस विभाग के महज दो कार्य पूरे हुए हैं। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई की सीवर लाइन बिछाने की दो योजनाएं पूरी हो पाईं हैं जिन पर 7.70 करोड़ रुपए व्यय हुआ है।

सेतु निगम अस्थायी पुलों का निर्माण कर सका है। जिन पर लगभग आठ करोड़ रुपए व्यय हुए हैं। कुंभ क्षेत्र की नगरपालिका व नगर पंचायतें भी अपने कार्यो को गति नहीं दे पायी हैं इनके कुछ कार्यो को पूरा किए जाने का दावा किया जा रहा है। कुंभ मेलाधिकारी के ओएसडी डीडी शर्मा ने कहा कि अभी सभी विभागों की प्रगति रिपोर्ट नहीं मिल  पायी है। उन्होंने स्वीकार किया कि लगभग 70 कार्यो को पूरा कर मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण कराया जाएगा।

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