देश की अग्रणी 10 कंपनियों में से सात के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते महीने कमी आई है। इन कंपनियों को 23,000 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है। हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज और एनटीपीसी जैसी बड़ी कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में इस दौरान इजाफा भी हुआ।
अक्टूबर के दौरान मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 4,839.65 करोड़ रुपए बढ़ा और यह कुल 3,46,440.26 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस साल एक अक्टूबर को आरआईएल का बाजार पूंजीकरण 3,41,600.61 करोड़ रुपए था।
वहीं, ओएनजीसी का बाजार पूंजीकरण इस दौरान 2,277.9 करोड़ रुपए घटा और यह 2,50,525.84 करोड़ रह गया। सूची में वह दूसरे पायदान पर रही।
सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण इस दौरान 2,762.23 करोड़ रुपए बढ़ा और वह सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच गई। माह की समाप्ति पर एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 1,76,205.48 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
एमएमटीसी के बाजार पूंजीकरण में इस दौरान 9,636.25 करोड़ रुपए की कमी आई तथा वह सूची में खिसककर चौथे स्थान पर आ गई। एमएमटीसी का बाजार पूंजीकरण माह की समाप्ति पर 1,70,186.25 करोड़ रुपए रहा।