डीटीओ के खिलाफ कार्रवाई हो
मोबाइल फोन बन्द करना भारी पड़ा समस्तीपुर के जिला परिवहन पदाधिकारी को। गया के डीएम ने इस हरकत को घोर आपत्तिजनक बताते हुए डीटीओ के खिलाफ कठोर कार्रवाई की आवश्यकता जतायी है। इस बाबत डीएम संजय कुमार सिंह...
मोबाइल फोन बन्द करना भारी पड़ा समस्तीपुर के जिला परिवहन पदाधिकारी को। गया के डीएम ने इस हरकत को घोर आपत्तिजनक बताते हुए डीटीओ के खिलाफ कठोर कार्रवाई की आवश्यकता जतायी है। इस बाबत डीएम संजय कुमार सिंह के पत्र को मुख्य सचिव के कार्यालय ने परिवहन विभाग को सौंप दिया है। विभाग ने डीटीओ के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। बहरहाल अधिकारियों के अपने वरीय के साथ मोबाइल पर अशोभनीय आचरण की यह कोई नयी घटना नहीं है। एक बार तो सहरसा के तत्कालीन डीएम ने ही मुख्यमंत्री को हड़का दिया था। हालांकि ताजा प्रकरण में डीटीओ दिवाकर झा खुद को निर्दोष बता रहे हैं। दूसर चरण के मतदान के पहले गया से बड़ी संख्या में बसें जब्त कर चुनाव कार्य के लिए समस्तीपुर भेजी गयीं।ड्ढr ड्ढr सूत्रों के अनुसार बसों के अभाव में बोधगया में पर्यटकों को हो रही परशानी का मामला ऑपरटरों ने डीएम के समक्ष रखा। तब उन्होंने समस्तीपुर के डीएम से बात की तो उन्हें डीटीओ से बात करने की सलाह दी गयी। गया डीएम ने मुख्य सचिव को भेजे अपने पत्र में उल्लेख किया है कि मोबाइल पर संपर्क करने पर डीटीओ ने कहा ‘फुर्सत नहीं है’।ड्ढr डीएम ने दोबारा अपने घर के नंबर से फोन किया तो डीटीओ ने उनका नाम सुनते ही मोबाइल स्वीच ऑफ कर दिया। डीटीओ के इस व्यवहार से नाराज डीएम ने उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की आवश्यकता जतायी है।दूसरी ओर समस्तीपुर के डीटीओ ने अशोभनीय आचरण के आरोपों से साफ इंकार किया है। उनका कहना है कि डीएम ने नाम पूछने के बाद अर्धसैनिक बलों को दिये गये वाहनों को छोड़ने के लिए कहा। इस पर मैंने माफी मांगते हुए उनसे समस्तीपुर के डीएम से बात करने का अनुरोध किया।