इंटरटेनमेंट टैक्स चोरी रोकने को डीएम ने बनाई टीम
इंटरटेनमेंट टैक्स की चोरी कर देसी-विदेशी चैनल दिखाने वाले केबल ऑपरेटरों पर अफसरों की नजर है। इंटरटेनमेंट टैक्स की चोरी से करोड़ों का नुकसान देख शासन ने केबल ऑपरेटरों पर शिकंजा कसने की नई रणनीति बनाई...
इंटरटेनमेंट टैक्स की चोरी कर देसी-विदेशी चैनल दिखाने वाले केबल ऑपरेटरों पर अफसरों की नजर है। इंटरटेनमेंट टैक्स की चोरी से करोड़ों का नुकसान देख शासन ने केबल ऑपरेटरों पर शिकंजा कसने की नई रणनीति बनाई है, जिसके तहत जनपद में 20 अफसर केबल ऑपरेटरों पर नजर रख रहे हैं।
जारी शासनादेश में रणनीति को अंजाम देने की जवाबदेही डीएम को सौंपी गई है। डीएम ने 20 गजटेड अफसरों की एक टीम बनाई है। यह टीम डोर-टू-डोर सर्वे कर केबल ऑपरेटरों की कारस्तानी का पता लगाएगी। डीएम ने टीम के अफसरों की बैठक लेने के बाद शासन द्वारा बनी रणनीति के तहत चल रहे काम का जायजा भी लिया है। टीम, टैक्स देने से बचती रहीं बिग टीवी, एयरटेल, डिश टीवी, टाटा स्काई व सन टीवी जैसी डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों पर भी नजर रखेंगी। डोर-टू-डोर सर्विस में गजटेड अफसरों की टीम केबल ऑपरेटरों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही डीटीएच सर्विस की जानकारी लेगी।
जिले में कुल 80 हजार केबल कनेक्शनों से इंटरटेनमेंट डिपार्टमेंट को 20 लाख प्रति माह की कमाई होती है। इससे करीब आधे की टैक्स चोरी हो रही है। इंटरटेनमेंट विभाग के सहायक मनोरंजन-कर आयुक्त डीपी पटेल के अनुसार टैक्स चुराने वाले केबल ऑपरेटरों के साथ-साथ डीटीएच कंपनियों को नोटिस जारी कर दिया गया है।
विभाग के अनुसार नोएडा-ग्रेटर नोएडा में डिश टीवी के सबसे अधिक 22 हजार, टाटा स्काई के 20 हजार, सन टीवी के 2000, बिग टीवी के 5000, एयरटेल के 6 हजार कनेक्शन हैं। सूत्रों के मुताबिक, केबल रेट के अनुरूप ही डीटीएच टैक्स वसूलने के आर्डर हुए हैं। इस तरह 30 रुपए प्रति कनेक्शन के हिसाब से भी डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर पर लाखों का टैक्स बनता है। इसी अनुपात में केबल आपरेटरों पर भी बकाया बनता है।
शहर में फैला केबल का जाल---
केबल कनेक्शन- 80 हजार
केबल ऑपरेटर-100
टैक्स वसूली- 20 लाख प्रति माह
टैक्स की चोरी-10 लाख प्रति माह
कुल डीटीएच कनेक्शन- 55 हजार