पुलिस की खामियां जनता ने झेली
यातायात को लेकर पुलिस की पूर्व में कोई योजना न होने का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा। मतगणना के चलते सुबह से सड़कों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। मुख्य सड़कों पर यातायात बंद कर दिए जाने से लोगों को जाम व...
यातायात को लेकर पुलिस की पूर्व में कोई योजना न होने का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा। मतगणना के चलते सुबह से सड़कों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। मुख्य सड़कों पर यातायात बंद कर दिए जाने से लोगों को जाम व अव्यवस्था से जूझना पड़ा। लोगों को ट्रैफिक इंतजाम की जानकारी देने वाला कोई नहीं रहा। इसके चलते सड़कों पर गाड़ियों की रेलम-पेल रही।
गुरुवार सुबह फरीदाबाद व बल्लभगढ़ के छह अलग-अलग केंद्रों पर मतगणना शुरु हुई। पृथला की बल्लभगढ़ के गांधी भवन, तिगांव की बल्लभगढ़ के राजकीय कन्या एसएस स्कूल, बल्लभगढ़ की अग्रवाल धर्मशाला, एनआईटी विधान सभा की लखानी धर्मशाला, बड़खल की खान दौलतराम धर्मशाला व फरीदाबाद शहर की सेक्टर-14 डीएवी स्कूल में मतगणना की गई। इस दौरान सुबह पांच बजे से ही केंद्रों के बाहर सड़कों पर नाके लगाकर यातायात रोक दिया गया। जबकि पुलिस द्वारा यातायात रोकने की पूर्व में कोई सूचना नहीं दी गई। ना ही वैकल्पिक यातायात के बंदोबस्त की जानकारी आम लोगों को दी गई। इसके चलते आम लोग दिनभर बेहाल रहे।
एनआईटी मां वैष्णों देवी मंदिर के पास से मेट्रो चौक के बीच रास्ता रोक दिया गया। इसी प्रकार सेक्टर-14 डीएवी स्कूल के सामने रास्ते को वन-वे कर दिया गया। कुछ ऐसा ही नजारा बल्लभगढ़ में रहा। अग्रवाल धर्मशाला, गांधी भवन के पास रास्ते पर नाके लगाकर आने-जाने वालों को रोका गया। पुलिस द्वारा बिना पूर्व सुचना के यातायात रोकने से लोगों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। डयूटी व अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए निकलने वाले करीब दो घंटे तक इधर-उधर भटकते रहे। खासकर एनआईटी इलाके में लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
सहायक पुलिस आयुक्त यातायात राजकुमार ने बताया कि ज्यादातर मतगणना केंद्र मुख्य सड़कों से हटकर थे। केंद्रों के सामने ही यातायात प्रतिबंधित किया गया था। जिसकी वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी। ऐसे आयोजनों के चलते लोगों को थोड़ी समस्या तो उठानी ही पड़ती है।